मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से हिंस जारी है। इससे देश के इस पूर्वोत्तर राज्य में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में महाराष्ट्र की सरकार ने मणिपुर में फंसे राज्य के छात्रों की मदद करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र के कई छात्र वहां एनआईटी में पढ़ने जाते हैं। मौजूदा माहौल में वहां छात्रों का रहना मुनासिब नहीं है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मणिपुर सरकार से अनुरोध
मणिपुर की तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फोन पर छात्रों को मदद का वादा किया है। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने मणिपुर के पुलिस महानिदेशक से संपर्क किया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार से भी संपर्क किया है और उनसे स्थिति सामान्य होने तक छात्रों को सुरक्षित रखने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र प्रशासन लगातार वहां के हालात की समीक्षा कर रहा है।
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मणिपुर हिंसा में अब तक 54 लोगों की मौत
न्यायालय के एक फैसले का मणिपुर में काफी असर पड़ा और विभिन्न समुदायों में दंगे भड़क उठे हैं। यहां की स्थिति काफी संवेदनशील बनी हुई है। बताया जा रहा है कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में भड़के दंगों में अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए 10,000 सैनिकों को तैनात किया गया है।
ऐसे भड़की हिंसा
मणिपुर में हिंसा मणिपुर में आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदायों के बीच संघर्ष से भड़की है। हिंसा ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित ‘आदिवासी एकता मार्च’ के दौरान भड़की।