हिंसाग्रस्त मणिपुर में शांति तो है लेकिन तनाव अभी भी बरकार है। फिलहाल सेना और असम राइफल्स के जवान मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) और हेलीकॉप्टर से चप्पे-चप्पे की हवाई निगरानी कर रहे हैं। सेना और असम राइफल्स ने हालात को सामान्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। जवान मानवीयता और लोगों की सुरक्षा के लिए फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
भारत-म्यांमार सीमा पर भी निगरानी
सेना ने 8 मई को बताया कि सेना और असम राइफल्स के एक सौ से अधिक कॉलम पिछले 96 घंटों से अधिक समय से अथक रूप से काम कर रहे हैं। सेना ने मणिपुर में संपत्ति और लोगों की निगरानी के लिए विमान निरीक्षण तेज कर दिया है। इस कार्य में विशेष रूप से मानव रहित हवाई वाहनों और हेलीकाप्टरों को न केवल भीतरी इलाकों में बल्कि, भारत-म्यांमार सीमा पर भी निगरानी के लिए कार्रवाई में लगाया गया है।
3 मई से जारी हिंसा में बड़ा नुकसान
उल्लेखनीय है कि गत 3 मई से राज्य में शुरू हुई हिंसा के चलते बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ है। इस हिंसा में 50 से अधिक लोगों की मौत की भी खबरें हैं। राज्य के 8 जिलों में कर्फ्यू लगाने के साथ ही इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। राज्य की स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई है। हालांकि, अब कहीं से भी किसी अप्रिय घटना के समाचार नहीं मिले हैं।