मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद से महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच सत्ता संघर्ष शुरू है। फिलहाल यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में है और 11 मई को संविधान बेंच इस मामले में फैसला सुनाने वाली है। इस कारण अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी हैं कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार बचेगी या गिरेगी?
संविधान बेंच में सर्वोच्च न्यायालय के ये जस्टिस शामिल
सर्वोच्च न्यायालय की बेंच के साथ चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ के साथ ही इस मामले की सुनवाई कर रही संविधान बेंच में न्यायमूर्ति एमआर शाह, कृष्ण मुरारी, हिमा कोहली और पी.एस. नरसिम्हा शामिल हैं। शिवसेना की तरफ से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे, नीरज किशन कौल, महेश जेठमलानी और अधिवक्ता अभिकल्प प्रताप सिंह ने बहस की है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने राज्यपाल के फैसले का समर्थन किया है। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, देवदत्त कामत और ए.ए. तिवारी जैसे वकीलों का एक मजबूत दल मैदान में मोर्चा संभाल रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने राहुल गांधी को जारी किया नोटिस, जानिए क्या है प्रकरण
अयोग्य करार दिए गए विधायकों के नाम
. एकनाथ शिंदे – मुख्यमंत्री
. अब्दुल सत्तार – कृषि मंत्री
. संदीपन भुमरे – मंत्री
. तानाजी सावंत – मंत्री
. संजय शिरसाट
. यामिनी जाधव
. चिमनराव पाटील
. भरत गोगावले
. लता सोनवणे
. प्रकाश सुर्वे
. बालाजी किणिकर
. अनिल बाबर
. महेश शिंदे
. संजय रायमुलकर
. रमेश बोरोन
. बालाजी कल्याणकर