उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के सदर कोतवाली क्षेत्र में एक मदरसे के संचालक ने अपनी ही संस्था में शिक्षक के तौर पर तैनात रहे एक मौलवी पर भ्रष्टाचार व धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। कोतवाल अमरनाथ वर्मा ने बताया कि प्रबंधक की तहरीर पर आरोपित मौलवी के खिलाफ 13 मई को सदर कोतवाली ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
अस्थाई मौलवी के पद पर मदरसे में था कार्यरत
मदरसा अकरमुल उलूम के प्रबंधक मुफ्ती अब्दुल मन्नात कलीमी ने एसएसपी हेमराज मीणा मीणा को तहरीर देकर बताया कि मौलवी कासिम रजा निवासी ग्राम चांदपुर, भगतपुर उनके मदरसे में अस्थाई शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने संस्था के नाम पर धन उगाही शुरू कर दी। इसकी जानकारी होने पर उन्होंने शिक्षक से जवाब तलब किया। आरोपी ने हिसाब देने से इनकार कर दिया।
मिले धोखाधड़ी के सबूत
प्रबंधक को धोखाधड़ी के कई सबूत मिले हैं। प्रबंधक ने दो अगस्त 2021 को आरोपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा, मगर उसने धमकी देना शुरू कर दिया। लगातार शिकायत मिलने के बाद 20 जनवरी 2023 तक आरोपी को दस्तावेज के साथ संस्था के पदाधिकारियों के समक्ष पेश होने को कहा गया। आरोपित मौलवी ने जाली लेटर पैड व प्रिंसिपल की जाली मोहर भी बनवाई और छात्रों से प्रति टीसी 1100 रुपये की उगाही की। इसके साथ संस्था के जरूरी कागजात भी गायब कर दिए गए।
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20 जनवरी को मौलवी बर्खास्त
20 जनवरी को प्रबंध तंत्र ने आरोपित मौलवी को संस्था से बर्खास्त कर दिया गया। तहरीर के आधार पर आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करते हुए सिटी कोतवाली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।