उत्तराखंड में मजार जिहाद के खिलाफ वन विभाग और प्रशासन सख्त हो गया है। 14 मई को 20 मजारों को फिर ध्वस्त किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिर कहा कि अवैध मजारों और वन भूमि में अतिक्रमण को हटाने में और तेजी लाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कब्जेधारी का कारोबार देवभूमि में नहीं चलेगा।
नोटिस देने के बाद अवैध मजारों पर चला बुलडोजर
नैनीताल जिले की तराई पश्चिम में वन विभाग के बुलडोजरों ने भारी फोर्स के साथ नंथनपीर की एक साथ 14 मजारों को ध्वस्त कर दिया। डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि दो दिन पहले मजार खादिम को नोटिस दिया गया था। ये सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थीं। उन्होंने बताया कि यह अभियान जारी रहेगा। हल्द्वानी की चीड़ डिपो की मजार भी आज ध्वस्त कर दी गई।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अमल
देहरादून जिले में हरबर्टपुर में पुलिस प्रशासन ने 14 मई को अपना अभियान तेज करते हुए पहलवान पीर की दो मजारें ध्वस्त कर दीं, जबकि दो मजारें भूरे शाह की गिरा दीं गईं। पछुवा देहरादून ने कुल पांच मजारें हटाईं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का इस अभियान के लिए नियुक्त अधिकारी डा. पराग धकाते ने बताया कि अभी तक कुल 324 मजारें वन और राजस्व की भूमि से हटाई गई हैं। उन्होंने बताया कि ये अभियान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा निर्देश पर चल रहा है और 84 हेक्टेयर वन भूमि भी अतिक्रमण मुक्त की गई है। मुख्यमंत्री इस अभियान की समीक्षा कर रहें है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जो इस अभियान में लापरवाही बरतेंगे, उन पर भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।