कवि, साहित्यकार, दार्शनिक, नाटककार, संगीतकार और चित्रकार रबिंद्रनाथ टैगोर की कुर्सी पर बैठने को लेकर 8 फरवरी को लोकसभा में शुरू हुए आरोप-प्रत्यारोप का दौर 9 फरवरी को भी जारी रहा। गृह मंत्री अमित शाह ने तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि टैगोर की कुर्सी पर मैं नहीं जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी बैठे थे। उन्होंने इसके सबूत के तौर पर तस्वीरें भी दिखाईं।
बता दें कि 8 फरवरी को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगया था कि गृह मंत्री अमित शाह शांतिनिकेतन में टैगोर की कुर्सी पर बैठे थे।
ये भी पढ़ेंः बोले ‘गुलाम’- ‘सौभाग्यशाली कि कभी पाकिस्तान नहीं गया!’
अमित शाह ने दिया जवाब
गृह मंत्री ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने अपने भाषण में कहा था कि शांतिनिकेतन के दौरे पर मैं रबींद्रनाथ टैगोर की कुर्सी पर बैठा था। यह विश्वभारती के उपकुलपति का पत्र है। मैंने उनसे कहा था कि सभी फोटो और वीडियो के आधार पर बताया जाए कि क्या मैं टैगोर की कुर्सी पर बैठा हूं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। मैं एक खिड़की के पास बैठा था, जहां कोई भी बैठ सकता है। गृहमंत्री ने कहा कि जहां वह बैठे थे, वहां भारत की पर्व राष्ट्रपति बैठी थीं, प्रणब दा भी बैठे थे, राजीव गांधी बैठे हैं और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने भी स्मारिका में वहीं बैठकर अपनी टिप्पणी लिखी थीं।
Adhir Ranjan Chowdhury said during his speech yesterday that I sat on Rabindranath Tagore’s seat during my visit to Santiniketan. I have a letter from VC of Visva Bharti where he clarified that no such incident happened, I sat near a window where anyone can sit: HM Amit Shah pic.twitter.com/R28JI5RAqq
— ANI (@ANI) February 9, 2021
ये भी पढ़ेंः कोरोना पर डब्ल्यूएचओ ने दी बड़ी खबर!
अधीर रंजन की अज्ञानता पर किया प्रहार
अमित शाह ने अपरोक्ष रुप से अधीर रंजन की अज्ञानता पर प्रहार करते हुए कहा कि जब हम सदन में बात करते हैं तो पहले तथ्यों को जांचना-परखना चाहिए। सोशल मीडिया से उठाकर यहां रख दें तो सदन की गरिमा को ठेंस पहुंचती है। लेकिन मैं इसमें इनका कोई दोष नहीं देखता। इनकी पार्टी की बैकग्राउंड की वजह से ये गलती इनसे हुई है। उन्होंने तस्वीरें दिखाते हुए कहा, ‘मेरे पास दो फोटोग्राफ हैं। एक में जवाहर लाल नेहरू टैगोर की कुर्सी पर बैठे हुए हैं, दूसरी तस्वीर में राजीव गांधी तो टैगोर की कुर्सी पर बैठकर चाय पी रहे हैं।’