कर्नाटक में हार के बाद हिंदुत्व पर आक्रामक होगी भाजपा, इस फायर ब्रांड नेता की वापसी जल्द

कर्नाटक में हार के बाद बीजेपी ने अब दक्षिण भारत में हिंदुत्व पर अधिक आक्रामक रूख अपनाने के संकेत दिए हैं। इसी क्रम में पार्टी के फायर ब्रांड नेता और विधायक टी राजा सिंह की वापसी की चर्चा गरम है।

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तेलंगाना, हैदराबाद गोशामहल के विधायक टी राजा सिंह की जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में वापसी होने की चर्चा है। उन्हें पार्टी ने मुसलमानों के पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने के लिए पार्टी से अगस्त 2023 में निलंबित कर दिया था। कर्नाटक में हार के बाद बीजेपी ने अब दक्षिण भारत में हिंदुत्व पर अधिक आक्रामक रूख अपनाने के संकेत दिए हैं।

सांसद जी किशन रेड्डी का दावा
सिकंदराबाद के सांसद जी किशन रेड्डी ने हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान टी राजा सिंह की वापसी का दावा किया है। उन्होंने एक निजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा,“हम सभी इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं। उनका निलंबन रद्द किया जाएगा। हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा। नीतिगत निर्णय के रूप में निलंबन कुछ दिनोंं में वापस किया गया था। मैं भी इन चर्चाओं का हिस्सा बनूंगा। फैसला सही समय पर आएगा।”

अगस्त 2022 में कर दिया गया था निलंबित
हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा सीट के विधायक टी राजा सिंह को पिछले वर्ष अगस्त में निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को हैदराबाद में एक शो आयोजित करने की अनुमति देने के जवाब में पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी की थी।

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हैदराबाद पुलिस ने किया था गिरफ्तार
बता दें कि टी राजा सिंह को उन दिनों हैदराबाद पुलिस ने प्रिवेंटिव डिटेंशन (पीडी) अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया था, और वर्तमान में वे तेलंगाना उच्च न्यायालय से जमानत पर बाहर हैं। हालांकि न्यायालय ने उनकी रिहाई के लिए कुछ शर्तें रखीं हैं, जिसमें सार्वजनिक रूप से भड़काऊ टिप्पणियां नहीं करना और सामान्य रूप से सार्वजनिक बैठकें न करना शामिल है।

कौन हैं टी राजा सिंह?
-46 वर्षीय टी राजा सिंह गोशामहल से दो बार के विधायक हैं।

-दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनावों में, वे कुल पांच में से एकमात्र भाजपा विधायक थे, जिन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की लहर के बीच अपनी सीट बरकरार रखी।

-राजा सिंह बजरंग दल के सदस्य थे, जिन्होंने 2009 में मंगलहाट से टीडीपी नगरपालिका पार्षद के रूप में राजनीति में प्रवेश किया।

-वे 2014 के आम चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हो गए और कांग्रेस के खिलाफ गोशामहल विधानसभा सीट जीती।

-दशकों पहले उनके पूर्वज हैदराबाद में बस गए थे और देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाकर अपना जीवन यापन करते थे।

-सिंह अपने घर पर एक दुकान से ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचते थे। हालांकि, बाद में उन्होंने व्यवसाय को
बंद कर दिया और समाजसेवा करने लगे।

-निलंबित भाजपा विधायक के खिलाफ 75 से अधिक प्राथमिकी दर्ज हैं। इनमें ज्यादातर कथित रूप से नफरत फैलाने वाले भाषणों, कानून व्यवस्था को बाधित करने और कर्फ्यू के आदेशों के उल्लंघन से संबंधित हैं।

-फेसबुक ने सितंबर 2020 में कंपनी की नीति का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए टी राजा सिंह का अकाउंट बंद कर दिया था।

-राजा सिंह हैदराबाद और आसपास के क्षेत्रों में ‘गौ रक्षक’ के रूप में लोकप्रिय हैं। उन्होंने और उनके अनुयायियों ने हैदराबाद में हजारों गायों को बचाया है।

-विधायक को जून 2019 में सिर में चोट लगी थी, जब पुलिस ने उन्हें और उनके अनुयायियों को बिना अनुमति के स्वतंत्रता सेनानी रानी अवंती बाई लोध की प्रतिमा लगाने से रोकने के लिए लाठीचार्ज किया था।

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