अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन (China) का रवैया हमेशा ऐसा रहा है कि उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। लेकिन इस बार संकट में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मदद (International Help) मांगी है। दरअसल, 17 मई को चीन की एक नाव हिंद महासागर (Indian Ocean) में डूब (Sinking) गई। एक नाव (Boat) पर सवार 39 लोगों को बचाने के लिए कई देशों से मदद मांगी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 16 मई को हिंद महासागर के मध्य हिस्से में डूबी चीनी मछली पकड़ने वाली नाव में 17 चीनी, 17 इंडोनेशियाई और पांच फिलीपींस के नागरिक सवार थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक लापता हुए लोगों में से किसी का भी पता नहीं चला है और उसकी तलाश जारी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के विदेश मंत्रालय ने खोज और बचाव अभियान में सहयोग करने के लिए ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, मालदीव, इंडोनेशिया, फिलीपींस और अन्य देशों के संबंधित विभागों से संपर्क किया है।
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राष्ट्रपति ने जारी किया आदेश
इस बीच, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नौका दुर्घटना में लापता हुए लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आदेश दिया है। 16 मई तड़के करीब 3 बजे हुई इस घटना के बाद जिनपिंग ने संबंधित विभागों को तुरंत आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र को सक्रिय करने का निर्देश दिया। शी जिनपिंग ने कहा कि विदेश मंत्रालय और संबंधित दूतावासों को खोज और बचाव कार्यों के समन्वय के लिए प्रासंगिक स्थानीय टीमों के साथ संचार को मजबूत करना चाहिए।
उन्होंने जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लंबी दूरी के समुद्री अभियानों के लिए सुरक्षा खतरों की पूर्व चेतावनी प्रणाली की सटीकता और गति बढ़ाने का भी आदेश दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने भी संबंधित पक्षों से राहत कार्य आयोजित करने और हताहतों की संख्या को कम करने के लिए अधिकतम समन्वित प्रयास करने का आह्वान किया है।
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