पिछले कुछ महीनों से देश में बोगस वोटिंग में भारी वृद्धि हुई है। इस पर अंकुश लगाने के लिए भारतीय चुनाव आयोग द्वारा कई उपाय किए गए हैं। इसी क्रम में अब बोगस वोटिंग को रोकने के लिए चुनाव आयोग एक और नई तकनीक अपनाने जा रहा है। इस नई तकनीक को अभी लागू नहीं किया गया है।
क्या है नया तरीका?
अभी तक मतदान चिह्न के रूप में बाएं हाथ की उंगली पर स्याही लगाने की प्रथा है। लेकिन अब वोटिंग के दौरान उंगली पर स्याही की जगह लेजर मार्क का इस्तेमाल किया जाएगा। यह तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या ‘एआई’ पर आधारित होगी। साथ ही ईवीएम मशीन में एक कैमरा भी रहेगा, जो मतदान करते समय मतदाताओं की फोटो खींच लेगा। फिलहाल मतदान की पहचान के रूप में बाएं हाथ की उंगली पर स्याही लगाने की प्रथा है।
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विधानसभा चुनाव में नई तकनीक का किया जा सकता है उपयोग
इस वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इस नई व्यवस्था को लागू किया जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि लेजर से बने निशान को हटाना मुशेकिल होगा। इतना ही नहीं ईवीएम में एक कैमरा भी लगाया जाएगा, जो वोटर की फोटो खींचेगा। यदि इस प्रणाली का उपयोग किया जाता है, तो वोटिंग के समय स्याही का उपयोग समाप्त हो जाएगा।