केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री की महबूबा मुफ्ती आतंकवादियों की संरक्षक हैं। उन्होंने ही जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाया है।
22 मई को बेगूसराय में पत्रकारों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती टीपू सुल्तान के मजार पर फतिहा पढ़ने की बात कर रही हैं। वे अक्रांता और लुटेरा टीपू सुल्तान के मजार पर पूजा करें, नमाज पढ़ें या फतिहा, जो मन है करें। लेकिन टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं लड़ी थी।
भारत को लूटने आया था टीपू सुल्तानः गिरिराज सिंह
टीपू सुल्तान भी भारत को लूटने आया था। भारत को लूट कर अपना शासन किया। अंग्रेज आए तो अपना शासन बचाने के लिए टीपू सुल्तान ने भारत की संस्कृति को भी लूटा। अंग्रेजों की तरह वह भी लुटेरा था। आज आतंकवादियों की संरक्षक महबूबा मुफ्ती एक आक्रांता के मजार पर नमाज पढ़ने की बात कर रही है।
मौलाना अरशद मदनी की आलोचना
जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी द्वारा महाराष्ट्र में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाकर कांग्रेस द्वारा 70 साल पुरानी गलती सुधारने का बयान देने पर गिरिराज सिंह ने असद मदनी के साथ-साथ अन्य पर भी जोरदार प्रहार किया।
70 साल की भूल का परिणाम
गिरिराज सिंह ने कहा कि 70 साल पहले अगर हमारे पूर्वजों से भूल नहीं होती तो बंटवारा में पूरा मुस्लिम कम्युनिटी पाकिस्तान चला जाता। पूरा मुस्लिम कम्युनिटी पाकिस्तान चला जाता तो आज भारत में जाकर मियां, असदुद्दीन ओवैसी, अरशद मदनी जैसे लोग पैदा नहीं होते। भारत को गजवा-ए-हिंद बनाने की बात कोई नहीं करता।
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बजरंग दल पर बैन की बात करना देश का दुर्भाग्य
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज वह बजरंग दल पर कांग्रेस द्वारा प्रतिबंध लगवाने की बात कह रहे हैं, यह देश का दुर्भाग्य है। दुर्भाग्य है कि हमारे पूर्वजों से बहुत बड़ी भूल हुई। उसी भूल का खामियाजा आज की युवा पीढ़ी भोग रही है। मदनी, ओवैसी और जाकिर मियां जैसे लोग भारत में पैदा होकर भारत को ही गजवा-ए-हिंद बनाने की बात करते हैं। सर तन से जुदा करने का नारा लगा रहे हैं।