महाराष्ट्र में नाना को ना ना? इन कांग्रेस नेताओं ने की पटोले को पद से हटाने की मांग

महाराष्ट्र कांग्रेस में अंदरुनी कलह बढ़ने की संभावना है। प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को हटाने की मांग तेज होने की खबर है।

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राजस्थान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में भी कलह बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले को हटाने के लिए लॉबिंग तेज हो गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के कई पार्टी नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व से मिलने के लिए पिछले दो दिनों से दिल्ली में डेरा डाल रखा था। पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव की संभावना है, जिसमें नाना पटोले के साथ ही महाराष्ट्र इकाई के प्रभारी एच के पाटील भी शामिल हैं। पाटील ने हाल ही में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीता है और राज्य में कैबिनेट बर्थ के दावेदार हैं।

इसलिए नाराज हैं कांग्रेस नेता
सूत्रों के अनुसार, नाना पटोले की मनमामने कार्यशैली और गैरजिम्मेदाराना कार्यप्रणाली ने पार्टी के कई वरिष्ठों को नाराज कर दिया है। नाना पटोले पर आरोप है कि स्थानीय नेताओं को उनके क्षेत्रों के संगठनात्मक निर्णय लेने से पहले भरोसे में नहीं लिया जा रहा है।

वरिष्ठ आदिवासी नेता का आरोप                                                                                                  वर्तमान में पटोले को बदलने की मांग करने वाले नेताओं में विदर्भ क्षेत्र के दो पूर्व मंत्री और एक वरिष्ठ आदिवासी नेता शामिल हैं। 25 मई की रात महाराष्ट्र लौटे नेताओं में से एक ने बताया, “हम अपने वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली में थे। कोई भी हम पर शर्तें थोप नहीं सकता। एआईसीसी को महाराष्ट्र में हो रही घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए और उसके अनुसार निर्णय लेना चाहिए।”

 पटोले को पद से हटाने की चर्चा तेज
विदर्भ के नेताओं के अलावा, विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं ने नना पटोले की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है और केंद्रीय नेतृत्व को अपने विचार बताए हैं। पटोले हाल ही में राहुल गांधी से मिलने के लिए दिल्ली गए थे। उसके बाद से उन्हें हटाने की चर्चा तेज हो गई है।

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ये नेता नाना पटोले से नाराज
फरवरी 2023 में कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पद से इस्तीफा दे दिया था। बताया जाता है कि वे नाना पटोल से नाराज थे। इसलिए उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। इनके साथ ही युवा कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सत्यजीत तांबे ने भी निर्दलीय के रूप में एमएलसी चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर पटोले पर निशाना साधा था। पटोले ने हाल ही में चंद्रपुर जिले के पूर्व मंत्री विजय वडेट्टीवार को नाराज कर दिया है। यहां उन्होंने वडेट्टीवार से परामर्श किए बिना पार्टी के जिला अध्यक्ष को बदल दिया।

पटोले समर्थकों का दावा
पटोले से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका, जबकि पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। पटोले खेमे के सूत्रों ने कहा कि दिल्ली में लॉबिंग के बावजूद कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा।

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