पाकिस्तान के मशहूर वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता जिब्रान नासिर का आधी रात से पहले अपहरण कर लिया गया। यह दावा जिब्रान की पत्नी मंशा पाशा ने किया है।
इस तरह हुआ अपहरण
जिब्रान नासिर की पत्नी मंशा पाशा ने कहा कि वे लोग (पति-पत्नी) 1 जून की रात बाजार से खाना खाकर अपनी कार से घर लौट रहे थे। रास्ते में करीब 11 बजे एक सफेद रंग की कार अचानक उनकी गाड़ी के सामने आ गई। कार से हथियारबंद करीब 15 लोग उतरे। इन लोगों ने उनको घेर लिया। सभी ने एक स्वर में नीचे उतरने का धमकी दी।
गाड़ी में उठा ले गए अपहरकर्ता
पति के अपहरण से घबराईं पाशा ने कहा कि इसके बाद एक और गाड़ी आई। उसे हमारी कार के पीछे खड़ा कर दिया गया। फिर इन लोगों ने उनके पति जिब्रान नासिर को कार से नीचे खींच लिया और अपने साथ ले गए।
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कौन हैं वकील नासिर जिब्रान?
पाशा ने बताया कि जिब्रान नासिर ने 2018 में निर्दलीय उम्मीदवार की हैसियत से आम चुनाव भी लड़ा था। वे पाकिस्तान के मशहूर वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। जिब्रान नासिर मानवाधिकार के मुद्दे पर सरकार को घेरते रहते हैं। समझा जा रहा है कि देश में पैदा हए नए राजनीतिक संकट के समय उन्हें इन्हीं कारणों से अपहृत कर लिया गया है।