पांच देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के समूह ब्रिक्स विदेश मंत्री एकजुट होकर आतंकवाद पर नकेल कसने को तैयार हैं। दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में हुई ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों ने ‘जब भी, कहीं भी और किसी के द्वारा भी प्रतिबद्ध’ आतंकवाद की कड़ी निंदा की।
ब्रिक्स देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुए
ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों ने एकसुर में कहा कि वह आंतकवाद से निपटने के लिए तैयार हैं। बैठक के दौरान पांचों देशों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के तहत अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर आतंकवाद से लड़ने के लिए ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। सभी तरह के आतंकवाद की निंदा करते हुए पांचों देशों ने आतंकवाद को रोकने और उसका मुकाबला करने में देशों तथा उनके सक्षम निकायों की प्राथमिक भूमिका को रेखांकित किया। इन देशों के मंत्रियों ने संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि वे आंतकवाद के सभी रूपों से लड़ने को तैयार हैं।
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आतंकवाद का कोई धर्म नहीं
बयान में मंत्रियों ने आतंकवादी गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने के लिए पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के व्यापक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया, जो वर्तमान समय में एक गंभीर खतरा पैदा करता है। ब्रिक्स के मंत्रियों ने कहा कि आतंकवाद को किसी भी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के चार्टर और मानवाधिकारों के सम्मान के आधार पर अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करते हुए आतंकवाद के खतरे को रोकने और उसका मुकाबला करने के वैश्विक प्रयासों में और योगदान देने की अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की।