पंजाब में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। इस कारण भगवंत मान के राज में सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। ताजा मामले में नवनियुक्त स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह के काफिले पर जालंधर में हमले की घटना सामने आई है। मंत्री 4 जून की देर रात पत्नी के साथ घर जा रहे थे। ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार की बरसी से एक दिन पहले मंत्री पर हुए हमले ने पुलिस सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है।
पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री हैं बलकार सिंह
हाल ही में हुए विस्तार के दौरान बलकार सिंह पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री बने हैं। राजनीति में आने से पहले वे जालन्धर में ही बतौर डीसीपी ड्यूटी कर चुके हैं। 4 जून की रात करीब एक बजे स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह के काफिले पर बदमाशों ने उस समय हमला कर दिया, जब वे अपनी पत्नी के साथ रविदास चौक के पास से निकल कर अपने निवास स्थान मान नगर जा रहे थे।
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सुरक्षाकर्मियों से मारपीट
मंत्री को पायलट कर रही गाड़ी ने हाथ देकर रास्ता क्लियर करवाने की कोशिश की तो कार सवारों ने अपनी कार को बीच चौक पर लगा दिया और मंत्री की पायलट को रोक कर उनके सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई शुरू कर दी। बदमाशों की संख्या आधा दर्जन के करीब थी। जिन्होंने बाद में ईंटें बरसानी शुरू कर दी। किसी तरह मंत्री के सुरक्षाकर्मी बलकार सिंह को घटनास्थल से सुरक्षित निकाल कर उनके आवास तक ले गए।
पुलिस को भी नहीं छोड़ा
पास खड़े पुलिस कर्मियों ने बदमाशों को रोकने की कोशिश की तो बदमाशों की टोली ने उन्हें भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल ने तत्काल आईपीएस अधिकारी आदित्य को घटनास्थल पर रवाना किया।
मंत्री के आवास तक पहुंच गए हमलावर
बदमाशों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि वह घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर स्थित निकाय मंत्री बलकार सिंह की कोठी पर जा पहुंचे और जमकर गुंडागर्दी की। वहां पर भी उनकी पायलट के कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की की।
नशे में धुत्त थे हमलावर
आखिरकार आईपीएस अधिकारी आदित्य मौके पर आए और बदमाशों को हिरासत में लिया। सभी बदमाश नशे में धुत्त थे।जालंधर के पुलिस आयुक्त कुलदीप चहल के अनुसार पुलिस ने गाड़ी बरामद कर ली है। आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।