पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने 6 जून को लाहौर उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर देश भर में उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में गिरफ्तारी से संरक्षण का अनुरोध किया। नौ मई को नागरिक और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों के बाद खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के खिलाफ कार्रवाई तेज होने के बीच यह याचिका दायर की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक खान की पत्नी ने अपनी याचिका में कहा है कि उन्हें आशंका है कि उनको किसी मामले में गिरफ्तार किया जा सकता है। बुशरा ने देश में अपने खिलाफ दर्ज सभी ज्ञात और अज्ञात मामलों का भी ब्योरा सरकार से मांगा है।
गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग
अपने मामले में संघीय और प्रांतीय सरकारों, महानिरीक्षकों, संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) और अन्य निकायों का नाम लेते हुए पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी ने न्यायालय से पुलिस और कानून लागू करने वाली एजेंसियों को किसी भी मामले में उन्हें गिरफ्तार करने से रोकने के लिए एक आदेश जारी करने का अनुरोध किया।
एनएबी ने पूछताछ के लिए बुलाया
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी), रावलपिंडी ने 7 जून को बुशरा बीबी को 19 करोड़ पाउंड के राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) ब्रिटेन निपटारा मामले में अल-कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट की ट्रस्टी के रूप में बयान दर्ज करने के लिए तलब किया है। बुशरा का बयान गवाह के तौर पर दर्ज किया जाएगा। एनएबी ने अल-कादिर विश्वविद्यालय से मिले दान और ट्रस्ट को दान देने वालों का रिकॉर्ड भी मांगा है।
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बेचे और खरीदे गए वाहनों का मांगा ब्योरा
भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने अल-कादिर ट्रस्ट मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री खान की कैबिनेट के 22 सदस्यों द्वारा बेचे और खरीदे गए वाहनों का ब्योरा मांगा है।
इमरान खान हुए थे गिरफ्तार
नौ मई को एनएबी ने खान को भूमि के कथित अवैध कब्जे और अल-कादिर विश्वविद्यालय के निर्माण तथा रियल एस्टेट कारोबारी और बहरिया टाउन के मालिक, मलिक रियाज को फायदा पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार किया था। खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।