पश्चिम बंगाल में आसन्न पंचायत चुनाव से पहले एक बार फिर इस्लामपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक करीम चौधरी बागी हो गए हैं। लंबे समय से पार्टी नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे चौधरी ने अब पंचायत चुनाव को लेकर भी कहा है कि वह अपने क्षेत्र में पंचायत में उम्मीदवारों की सूची अलग से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भेज रहे हैं। अगर उसे अनुमोदन नहीं मिलेगा तो वे अपने समर्थकों को निर्दलीय चुनाव लड़ाएंगे।
इन दिनों बंगाल के पंचायत में उम्मीदवारों के चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पदयात्रा कर रहे हैं। वे उत्तर दिनाजपुर भी गए थे और करीम चौधरी को मनाने की कोशिश की थी। उन्होंने जिलाध्यक्ष कन्हाई लाल को चौधरी से तालमेल बनाकर काम करने का निर्देश दिया था।
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पंचायतों के धन का बंदरबांट का आरोप
करीम चौधरी ने कहा है कि कन्हाई लाल ने उनसे किसी तरह का कोई संपर्क नहीं किया है। वायरल वीडियो में चौधरी कहते नजर आ रहे हैं कि उन्होंने पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन दिया है और किसी के बल पर जनप्रतिनिधि नहीं बने हैं। करीम चौधरी कन्हाई लाल और जिले में तृणमूल के अन्य नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार की योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता रहा है। पंचायतों के धन का भी बंदरबांट हुआ है, इसलिए वह साफ-सुथरी छवि के उम्मीदवारों को टिकट देना चाहते हैं। उनका यह वीडियो एक दिन पहले यानी कि शनिवार का है।