महाराष्ट्र के मालेगांव में 11 जून को महाराज सयाजी गायकवाड़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स कॉलेज में करियर मार्गदर्शन के नाम पर धर्मांतरण का पाठ पढ़ाने के प्रयास का आरोप लगाया गया। इस घटना के सामने आने के बाद हिंदुत्ववादी संगठन आक्रामक हो गए हैं। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कॉलेज प्रशासन, उप प्राचार्य और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
मालेगांव के पालक मंत्री दादा भुसे ने इस आरोप को गंभीरता से लिया है। पिछले कुछ हफ्तों से प्रदेश के कुछ शहरों में धर्म परिवर्तन को लेकर मुसलमानों पर गंभीर आरोप लगते रहे हैं। इस बीच खबर है कि कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुभाष निकम को निलंबित कर दिया गया है। डॉ. निकम ने स्वीकार किया कि कार्यक्रम की शुरुआत अरबी प्रार्थना से हुई थी।
सत्य मलिक लोक सेवा ग्रुप ने आयोजित किया था मार्गदर्शन शिविर
महाराजा सयाजीराव गायकवाड कॉलेज, मालेगांव में पुणे के ‘सत्य मलिक लोक सेवा ग्रुप’ ने ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए ‘करियर गाइडेंस’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम पर दूसरे धर्मों के बच्चों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने का आरोप है। इस घटना के उजागर होने के बाद हिंदुत्ववादी संगठन कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और हंगामा किया। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
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हिंदू संगठन ने की शुद्धिकरण की घोषणा
11 जून को मालेगांव में हुई इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने आयोजकों के साथ ही कॉलेज प्रशासन, वाइस प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। साथ ही इस मामले में कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। इस बीच हिंदू संगठनों ने कहा है कि कॉलेज पर गोमूत्र छिड़ककर उसे पवित्र किया जाएगा।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
मालेगांव में घटी इस घटना का असर 11 जून को भी देखा गया। इस दिन छात्र सड़कों पर उतर आए। साथ ही छात्रों और कुछ हिंदुत्वादी संगठनों ने कॉलेज के बाहर नारेबाजी की। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।