गेमिंग ऐप के माध्यम से नाबालिगों को कथित रूप से धर्मांतरण कराने वाले शाहनवाज खान उर्फ बद्दो के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लेने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम यानी एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
10 घंटे की पूछताछ में उगले कई राज
किशोरों के धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह के मुखिया शाहनबाज खान उर्फ बद्दो के पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आने के बाद ऐसा समझा जा रहा है कि वह दुश्मन देश के इशारे पर काम कर रहा था। 10 घंटे की पूछताछ में पुलिस के सामने उसने कई गंभीर मामलों का खुलासा किया है। उसके पास से पुलिस ने पाकिस्तान के 30 फोन नंबर और छह ई-मेल आईडी प्राप्त किए हैं। इस बीच न्यायालय ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है।
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सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन
इससे पहले शाहनवाज खान को महाराष्ट्र के अलीबाग से गिरफ्तार करने के बाद यूपी पुलिस उसे लेकर दिल्ली एयर पोर्ट पहुंची। वहां से कड़ी सुरक्षा में पुलिस उसे गाजियाबाद ले गई। वहां उसका मेडिकल कराया गया। मिली जानकारी के अनुसार उसके पास से दो मोबाइल और कंप्यूटर सीपीयू बरामद किए गए हैं। उसके पास से प्राप्त एक मोबाइल में 30 पाकिस्तान के नंबर मिलने से मामले की गंभीरता बढ़ गई है। उसके पास से मिले दस्तावेज के आधार पर पुलिस को शक है कि वह पाकिस्तान के लिए पासपोर्ट बनाने की फिराक में था।
फॉरेंसिक लैब में भेजे गए मोबाइल और सीपीयू
पुलिस का कहना है कि बद्दो ने अपने मोबाइल के अधिकांश डेटा को डिलीट कर दिया है। इसलिए पुलिस ने उसके मोबाइल और सीपीयू को डेटा रिकवरी के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा है। पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद बद्दो से पूछताछ की जाएगी। इसके लिए उसे पुलिस कस्टडी में लिया जाएगा। डेटा डिलीट करने को लेकर उसके खिलाफ सबूत मिटाने की धारा के तहत भी मामला दर्ज किया जाएगा।
छात्र को एक वर्ष में किए 350 कॉल
इस बीच बद्दो के काले कारनामे एक -एक कर सामने आ रहे हैं। उसके सीडीआर जांच से पता चला है कि बद्दो ने राजनगर के रहने वाले एक छात्र को एक साल में 350 से अधिक कॉल किए थे। इसके साथ ही इंस्टाग्राम और वाट्सऐप कॉल भी किए थे। इससे भी गंभीर बात ये है कि बद्दो ने छात्र की प्रेमिका से भी पहचान कर कर ली थी। इन दोनों को उसने अपने एक ग्रुप में जोड़ रखा था। पुलिस का मानना है कि वह देश के हजारों किशोरों के संपर्क में था। पुलिस को उसके मोबाइल और सीपीयू के डेटा रिकवरी के बाद सभी सच सामने आने की उम्मीद है।