केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) के गर्भगृह (Sanctum Sanctorum) में सोने (Gold) को लेकर चल रहे विवाद के बीच मंदिर प्रबंधन की ओर से सफाई दी गई है। पूरे मामले को लेकर मंदिर प्रबंधन (Temple Management) की ओर से प्रेस रिलीज जारी की गई है। इस विज्ञप्ति में इन भ्रामक खबरों का खंडन किया गया है। मंदिर के कार्यपालक अधिकारी द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों और आभूषणों पर सोना चढ़ाने का कार्य वर्ष 2022 में एक दानदाता के सौजन्य से किया गया था, लेकिन वर्तमान में कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है।
इस वीडियो में कहा जा रहा है कि मंदिर के गर्भगृह में एक अरब 15 करोड़ रुपये का सोना लगाया गया है और बिना तथ्यों के भ्रामक जानकारी फैलाकर जनता की भावनाओं को आहत करने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में मंदिर प्रबंधन ने अपनी राय देते हुए कहा कि बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति स्पष्ट करना चाहती है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में कुल 23 किलो 777 ग्राम सोना एक दानदाता के सौजन्य से लगाया गया है, जिसकी वर्तमान बाजार मूल्य करीब 14.38 करोड़ रुपये है। जबकि गोल्ड प्लेटेड वर्क के लिए ताम्र प्लेट का वजन 1001 किलो है, जिसका बाजार मूल्य 29 लाख रुपए है।
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इस पत्र के साथ ही बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने सोशल मीडिया में फैलाई जा रही खबरों का खंडन किया है और ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। ज्ञात हो कि केदारनाथ के तीर्थ पुजारियों ने सोने की परत चढ़ी प्लेटों पर सवाल उठाया था और आरोप लगाया था कि गर्भगृह में लगा सोना पीतल में बदल गया है।
पूरे मामले को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें आरोप लगाया जा रहा है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगा सोना पीतल का हो गया है। गर्भगृह में सोने की परत चढ़ाने के नाम पर सवा सौ करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है।
देखें यह वीडियो-
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