‘आदिपुरुष’: सनातन संस्कृति पर अक्षम्य अपराध, देश भर से उठ रही कार्रवाई की मांग

फिल्म के संवाद - कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की, ‘तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया…’ आदि पर लोग सोशल मीडिया सहित अन्य मंचों से कड़ी आपत्ति जता रहे हैं।

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फिल्म ‘आदिपुरुष’ के दृश्य और संवाद को लेकर देश भर में विरोध बढ़ता जा रहा है। फिल्म के संवाद – कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की, ‘तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया…’ आदि पर लोग सोशल मीडिया सहित अन्य मंचों से कड़ी आपत्ति जता रहे हैं। इस फिल्म को लेकर आम आदमी से लेकर साधु-संतों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। आहतजन इस सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ बताते हुए फिल्म से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

फिल्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगाः विक्रम मस्ताल (रामायण के हनुमान)

आनंद सागर की रामायण में हनुमानजी का पत्र निभाने वाले विक्रम मस्ताल ने भोपाल में प्रेस वार्ता कर कहा कि मैं इस मूवी का पूरी तरह से विरोध करता हूं। श्रीराम और हनुमानजी के पात्र को जिस तरह से दिखाया गया वो पूरी तरह से गलत है। मस्ताल ने कहा कि भाषा का प्रयोग ठीक तरह से नहीं किया गया, जबकि हमारे आराध्य ने कभी इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं किया। मैं फिल्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। अभी मैं फिल्म के बारे में सभी बातें समझ रहा हूं।

सनातनी संस्कृति पर आघात कर किया अक्षम्य अपराधः स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती

फिल्म ‘आदिपुरुष’ के संवाद ( डायलॉग) को लेकर धर्म नगरी काशी के संतों में भी लगातार नाराजगी बढ़ रही है। संतों ने कहा कि फिल्म के निर्माता और डायलॉग लेखक ने सनातनी संस्कृति पर आघात कर अक्षम्य अपराध किया है। काशी सुमेरूपीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि रामायण और श्री रामचरित मानस हर हिंदू की भावनाओं से जुड़ी हुई है। इस फिल्म में भारत की प्राचीन संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है। पूरे फिल्म में अमर्यादित ढंग से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, माता जानकी, हनुमान जी सहित अन्य पात्रों को प्रस्तुत किया गया है।

दौलत और शोहरत के लिए धर्म से खिलवाड़

स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि कुछ लोग हमारे धर्म और शास्त्रों का लगातार अपमान कर रहे हैं। यह लोग पैसा और नाम कमाने के लिए धर्म के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सनातन धर्म के तथ्यों और धार्मिक मूल्यों के साथ लगातार छेड़छाड़ कर रहे हैं। ऐसी फिल्म बनाने वालों पर सरकार को दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। स्वामी नरेन्द्रानंद ने कहा कि हिन्दू समाज ऐसे मर्यादा हीन फिल्म निर्देशक, अभिनेता और पटकथा लेखक को कैसे स्वीकार करेगा। स्वामी नरेन्द्रानंद ने सेंसर बोर्ड को भी लताड़ा। उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्मों पर इनकी कैंची नहीं चलती। सनातन धर्म छोड़कर अन्य धर्मों पर आधारित फिल्मों में अगर छेड़छाड़ हो जाए, तो तत्काल दृश्य काट-छांट कर दिए जाते हैं।

आदिपुरुष पर लगे प्रतिबंध : केंद्रीय मंत्री रेणुका

रविवार को केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने ट्वीट कर आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने कहा है कि इस फिल्म में भगवान श्री राम का मजाक बनाया गया है। फिल्म को बैन किया जाना चाहिए।

फिल्म पर प्रतिबंध लगाने पर विचार

छत्तीसगढ़ में भी फिल्म को बैन करने की मांग उठने लगी है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश ने फिल्म आदिपुरुष को स्तरहीन बताया है साथ ही उन्होंने कहा है कि यदि प्रदेश की जनता मांग करती है तो प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जाएगा। इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट करके लिखा था कि मैंने ‘आदिपुरुष’ के बारे पढ़ा और सुना। अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आख़िर कैसे सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फ़िल्म को प्रमाण पत्र दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है, हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है। केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा। राम का अपमान हम नहीं सहेंगे, ज़िम्मेदार लोग माफ़ी मांगें।

हिन्दू महासभा ने की एफआईआर दर्ज करने की मांग

हिन्दू महासभा के शिशिर चतुर्वेदी ने 18 जून को लखनऊ स्थित हजतरगंंज कोतवाली में एक शिकायती पत्र पुलिस को दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि फिल्म ‘आदिपुरुष’ में सनातन धर्म का, प्रभु श्रीराम, मां सीता, हनुमान और भगवा ध्वज का अपमान किया गया है। फिल्म का चित्रण और कलाकारों के वेशभूषा, डॉयलाग, शब्दों का चयन, असल रामायण का गलत प्रस्तुतीकरण किया है। इस फिल्म को सनातनियों को अपमानित करने के उदृेश्य से बनायी गई है। फिल्म इंड्रस्टी लगातार सनातन को अपमानित करती हुई चली आ रही है। उन्होंने कहा है कि किसी अन्य धर्म पर फिल्म बनाने की हिम्मत इन डॉयरेक्टरों में नहीं है। उनकी मांग है कि ऐसे प्रकरणों में सख्ती बरतते हुए ‘आदिपुरुष’ फिल्म की पूरी स्टार कास्ट सहित डॉयरेक्टर, प्रोड्यूसर सभी पर मुकदमा दर्ज किया जाए।

काठमांडू में सोमवार से भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक

‘आदिपुरुष’ में माता सीता के बारे में आपत्तिजनक डायलॉग नहीं हटाए जाने के विरोध में नेपाल की राजधानी काठमांडू में भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने रविवार को घोषणा की कि महानगरपालिका क्षेत्र में सोमवार से किसी भी भारतीय फिल्म के प्रदर्शन पर रोक रहेगी। बालेन शाह ने सोशल मीडिया पर लिखा, काठमांडू में भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर तब तक रोक रहेगी जब तक कि फिल्म आदिपुरुष में शामिल ‘जानकी भारतीय बेटी’ के हिस्से को हटा नहीं दिया जाता है। शाह ने शुक्रवार को फिल्म के इस हिस्से को हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया था और नहीं हटाए जाने पर भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगाने की चेतावनी दी थी। मेयर शाह की ताजा घोषणा सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है।

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