दिसंबर 2024 तक तैयार हो जाएगा गंगा एक्सप्रेस वे, सीएम योगी ने ली प्रगति रिपोर्ट

मुख्यमंत्री रविवार देर शाम को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में निर्माणाधीन एवं नवीन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं तथा औद्योगिक कॉरीडोर और डिफेंस कॉरीडोर के विकास की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस वे को दिसंबर 2024 तक तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने चित्रकूट और झांसी लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री रविवार देर शाम को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में निर्माणाधीन एवं नवीन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं तथा औद्योगिक कॉरीडोर और डिफेंस कॉरीडोर के विकास की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में बीते साढ़े 05 वर्ष में उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। 2017 तक मात्र 02 एक्सप्रेस-वे वाले इस प्रदेश में आज 06 एक्सप्रेस-वे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग भी 05 वर्ष पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं। बॉर्डर एरिया कनेक्टिविटी में आशातीत सुधार हुआ है। बेहतर कनेक्टिविटी विकास को रफ्तार देने का सबसे प्रमुख माध्यम है।

ये रहे मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश

● नए भारत में नए उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस प्रदेश के रूप में नई पहचान मिल रही है। आज पूर्वांचल एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद वर्तमान में गंगा एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है।

● जन आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए बुंदेलखंड की जीवनरेखा बन चुके बुंदेलखंड एक्सप्रेस को झांसी और चित्रकूट से जोड़ा जाना आवश्यक है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे और झांसी लिंक एक्सप्रेसवे के लिए बजट भी प्राविधानित की जा चुकी है। यह दोनों नए एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड की तरक्की की तेज करने वाले होंगे।

● प्रारंभिक अध्ययन के अनुसार चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे लगभग 20 किमी का होगा, जबकि झांसी लिंक एक्सप्रेसवे 125-135 किमी के लगभग होगा। दोनों नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विधिवत अध्ययन करते हुए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर भूमि क्रय करने की प्रक्रिया यथाशीघ्र प्रारंभ कर दी जाए। कार्य की गुणवत्ता और परियोजना की समयबद्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए।

● इस वर्ष वन महोत्सव के अवसर पर सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएं। पौधों की उपलब्धता वन विभाग द्वारा कराई जाएगी।

● पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि आईएमएलसी स्थान इंटरचेंज के अधिकतम 03 किमी के भीतर ही हो। क्लस्टर के लिए भूमि चिन्हित कर नियमानुसार तत्काल अधिग्रहीत की जाए। इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।

● मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। यह एक्सप्रेसवे प्रत्येक दशा में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालुगण गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित कर लिया जाए।

 

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