कठुआ बलात्कार प्रकरण: हिन्दुओं को जम्मू से निकाल देने का षड्यंत्र!

हिंदू युवकों को प्रताड़ित किया गया।

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वर्ष 2018 में जम्मू (Jammu) के रसाना नामक छोटे से गांव में झूठे बलात्कार (Rape) प्रकरण को ‘कठुआ बलात्कार’ (Kathua Rape) प्रकरण के नाम से जगभर में पहुंचाया गया। इस प्रकरण में षड्यंत्र (Conspiracy) रचकर हिन्दुओं (Hindus) को उसमें उलझाकर उन्हें बदनाम (Infamous) किया गया। देशभर के सेक्युलरवादी, बॉलीवुड के अभिनेता और हिन्दू-विरोधियों ने इस प्रकरण का उपयोग जगभर में हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए किया। हिन्दुओं ने पीड़िता का अपहरण कर, उस पर बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या कर दी, ऐसी पटकथा झूठे प्रमाणों का आधार तैयार कर उसका जगभर में प्रचार किया। इसके पीछे हिन्दुओं को बदनाम करने और कश्मीर के उपरांत अब जम्मू क्षेत्र से बाहर निकलने का एक नियोजनबद्ध षड्यंत्र था, ऐसा आरोप दिल्ली की ‘द गर्ल फ्रॉम कठुआ’ इस पुस्तक की लेखिका और ‘मानुषी’ की संपादिका प्रा. मधु किश्वर ने किया। वे ‘श्रीरामनाथ देवस्थान’, फोंडा, गोवा के ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में ‘कठुआ का सत्य’ इस विषय पर बोल रही थीं ।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘इस प्रकरण में हिन्दुओं पर ‘गैंगगरेप’ का आरोप लगाया गया था; परंतु शवविच्छेदन ब्योरे में बलात्कार होने का निष्कर्ष ही मान्य नहीं किया गया। संबंधित लड़की के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या की गई, ऐसा पुलिस जांच में दर्ज होते हुए भी शवविच्छेदन ब्योरे में कहीं भी खोपडी को चोट लगी हो, ऐसा नहीं पाया गया। किसी भी अव्यस्क लड़की के बलात्कार प्रकरण में पीड़िता की पहचान सार्वजनिक करना कानूनन अपराध है; परंतु इस प्रकरण में पीड़िता का छायाचित्र और नाम तक प्रसिद्धी माध्यमे द्वारा जानबूझकर सार्वजनिक किया गया। इस प्रकरण में जांच के नाम पर हिन्दू युवकों को प्रताड़ित किया गया। परिणामस्वरूप कठुआ के अनेक हिन्दू कुटुंबियों को स्थनांतरित होना पड़ा।

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अरुणाचल प्रदेश के ईसाई धर्मांतर की समस्या समाप्त करेंगे! – कुरु ताई
वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश में स्थिति इतनी गंभीर है कि वहां प्रत्येक कुटुंब का कम से कम एक सदस्य तो धर्मांतरित है। इस समस्या पर मात करने के लिए हमने एक उपाय निकाला है वह यह कि जो हिन्दू व्यक्ति अन्य धर्माें के व्यक्ति से विवाह करेगा, उसे हिन्दू कुटुंब की संपत्ति नहीं मिलेगी और उसे बच्चे भी स्वयं ही संभालने होंगे। इसकारण इस समस्या पर कुछ मात्रा में अंकुश लगा है। अरुणाचल प्रदेश में हम हिन्दू संगठित होने से अगले 5 वर्षाें में अरुणाचल प्रदेश में ईसाई धर्मांतर की समस्या समाप्त करेंगे, ऐसा दृढ विश्वास ‘अरुणाचल प्रदेश बांस संसाधन और विकास एजन्सी’के उपाध्यक्ष कुरु ताई ने व्यक्त किया। इस अधिवेशन का सीधा प्रसारण हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल HinduJagruti.org और ‘HinduJagruti’ ‘यू-ट्यूब’ चैनल द्वारा किया जा रहा है।

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