मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने मुंबईकरों की परेशानी को देखते हुए आवश्यक कार्यों में लगे लोगों को लोकल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति दी है। इस दौरान यात्री सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर अपने साथ अपने परिवार और अन्य लोगों के लिए मुसीबत मोल ले रहे हैं ।
लोकल में बढ़ते यात्रियों की संख्या को देखते हुए वेस्टर्न रेलवे ने 21 सितम्बर से अपनी सेवा में 150 लोकल ट्रेनें और बढा दी हैं। इसके बावजूद ट्रेनों में भीड़ देखी जा रही है। वर्तमान में प्रति दिन 500 लोकल ट्रेन पश्चिम रेलवे मे चलाई जा रही हैं, जबकि सेंट्रल रेलवे 355 लोकल ट्रेन सेवाएं दे रही थीं लेकिन 22 सितम्बर से लोगों की भीड़ को देखते हुए 64 ट्रेनें और बढ़ा दी गई हैं। इसके बावजूद सुबह और शाम सेंट्रल और वेस्टर्न ट्रेनों में काफी भीड़ दिखाई दे रही है। सुबह 8 बजे से 10 बजे तक और शाम 7 से 9 बजे के दौरान लोकल ट्रेनों में सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं।
चेकिंग बढ़ाकर धर-पकड़ तेज
पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, “हम 500 ट्रेन प्रति दिन राज्य सरकार की मांग पर चला रहे हैं, जिसमें साढ़े तीन लाख लोग सफर कर सकते हैं लेकिन जो प्रति दिन का आंकड़ा है, उस हिसाब से ढाई लाख यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए यात्रा कर सकते हैं। आम तौर पर यह देखा जा रहा है, बोरीवली और अन्धेरी स्टेशन पर यात्रियों की संख्या ज्यादा है। सुरक्षा के लिहाज से मुम्बई के बड़े स्टेशनों जैसे बोरीवली, अन्धेरी, बांद्रा और दादर में चेकिंग और बढ़ा दी गई है”।
बारिश के दौरान खचा -खच भरी लोकल
कोरोना महामारी के दौर में 23 सितम्बर की शाम को बोरीवली में विरार जाने वाली ट्रेन मे सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी धज्जियां उड़ी कि यात्री हैरान रह गए । दादर से विरार के लिए 15 डिब्बे की ट्रेन को देखकर ऐसा लग रहा था ,जैसे मुम्बई में कोरोन संक्रमण का खतरा है ही नहीं । हालांकि पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि उस दिन बारिश की वजह से ट्रेन सेवा लड़खड़ा गई थी और जब दादर से विरार जानेवाली ट्रेन बोरीवली पहुचीं तो घर जल्दी जाने की होड़ में सभी यात्री चढ़ने लगे। इस वजह से भीड़ बढ़ गई । हालांकि उस घटना के बाद स्थिति समान्य है ।
कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार
गौरतलब है कि मुम्बई शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में कोई खास कमी नहीं आई है । महाराष्ट्र के मुख्य मन्त्री उद्धव ठाकरे ने अपना परिवार,अपनी जिम्मेदारी के आधार पर मुम्बईकरों को थोड़ी छूट क्या दी कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग को ही भूल गए। मुख्य मन्त्री उद्धव ठाकरे ने कुछ दिन पुर्व पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि अगर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता तो सरकार मुम्बई के कुछ इलाकों में छूट वापस ले लेगी ।