राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और समूचे एनसीआर में बरसात से मौसम खुशगवार और कुछ ठंडा हो गया है। देर रात से शुरू बारिश अभी भी जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग का दावा है कि देश के पश्चिमी छोर पर समुद्र के किनारे स्थित मुंबई और दिल्ली में मानसून एक साथ दस्तक देगा। इसके 26 जून तक पहुंचने की संभावना है।
आम तौर पर मानसून एक जून तक केरल, 11 जून तक मुंबई और 27 जून तक दिल्ली पहुंचता है। विभाग के अनुसार, चक्रवात बिपरजॉय के कारण इस पर असर पड़ा है। धीमी शुरुआत के बाद मानसून अब तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
निर्धारित समय से 10-12 दिन पीछे है मॉनसून
मध्य भारत में मानसून निर्धारित समय से 10-12 दिन पीछे है। महाराष्ट्र, पूरे कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वोत्तर भारत, बंगाल, झारखंड व बिहार के कुछ हिस्सों सहित कई क्षेत्रों में पहुंच गया है। दक्षिण पश्चिमी मानसून के पहुंचने के कारण शनिवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी वर्षा हुई।
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत
पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही भारी बारिश और आकाशीय बिजली से जानी क्षति होने लगी है। 24 जून को सोनभद्र, गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत हो गई। मानसून के आगामी दो दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ दिल्ली में भी पहुंचने की संभावना है।
मध्य प्रदेश पहुंचा मॉनसून
मानसून छत्तीसगढ़ से होता हुआ 24 जून को मध्य प्रदेश पहुंच गया। 25 जून को मध्य प्रदेश के सागर, नर्मदापुरम, शहडोल, रीवा, भोपाल, उज्जैन, इंदौर एवं जबलपुर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बरसात हो सकती है। अलीराजपुर, झाबुआ एवं सागर जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की गई है।