राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह, अजीत पवार ने ली उपमुख्यमंत्री पद की शपथ

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महाराष्ट्र में फिर सियासी भूचाल आ गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्होंने 2 जुलाई को राजभवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। राज्यपाल रमेश बैस ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। इस समय प्रदेश के तीन बड़े नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार उपस्थित थे।

चर्चा है कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को केंद्र में भेजा जाएगा। हालांकि अभी इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। अजीत पवार के साथ ही एनसीपी के नौ विधायकों ने भी मंत्रिपद की शपथ ली है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 40 विधायकों का अजीत पवार को समर्थन प्राप्त है। हालांकि अभी तक इस बारे में स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं बताया गया है। लेकिन यह दावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने किया है।

2019 में भी ली थी उपमुख्यमंत्री की शपथ
बता दें कि इससे पहले भी 2019 में तड़के अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उस समय देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली थी। तड़के राजभवन में हुए इस शपथ ग्रहण ने महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान ला दिया था। हालांकि उस समय फडणवीस की सरकार मात्र 71 घंटे टिकी रह सकी थी और तेजी से चले घटनाक्रम में फडणवीस सरकार बहुमत साबित नहीं कर सकी थी।

राजभवन में लगे अजीत पवार के समर्थन में नारे
2 जुलाई को राजभवन में अजीत दादा, हम तुम्हारे साथ हैं, के नारे लगाए गए। अजीत पवार ने 2019 के बाद से तीसरी बार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। महाराष्ट्र में आए इस बदलाव का प्रदेश की राजनीति में दूरगामी परिणाम होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

अजीत पवार बीजेपी में शामिल? या एनसीपी में फूट?
अजित पवार बीजेपी में शामिल नहीं हुए हैं। 40 विधायकों के समर्थन के साथ उनका उपमुख्यमंत्री पद का शपथ लेना, जैसा कि उन्होंने दावा किया था, यह दर्शाता है कि वे पार्टी को विभाजित करने और विधानसभा में बहुमत साबित करने की राह पर हैं।

अयोग्यता के लिए कदम बढ़ा सकते हैं शरद पवार?
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि उनकी राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि वे मजबूत हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि शरद पवार सरकार से हाथ मिलाने वाले विधायकों की अयोग्यता के लिए कदम उठाएंगे। राउत ने कहा, “मेरी अभी शरद पवार से बात हुई। उन्होंने कहा, ‘मैं मजबूत हूं। हमें लोगों का समर्थन प्राप्त है। हम उद्धव ठाकरे के साथ मिलकर सब कुछ फिर से बनाएंगे। लोग इस खेल को लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

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