पाकिस्तान में सेना पर आतंकवादी भारी पड़ रहे हैं। बलूचिस्तान के केच जिले में 2 जुलाई की रात मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों की गोलियों ने एक मेजर और एक जवान की जान ले ली। इस घटना के कुछ घंटे पहले शेरानी जिले में तीन चौकियों पर एक साथ हुए हमलों में चार सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई। इस बीच एक संदिग्ध आतंकवादी भी मारा गया।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा अंतर सेवा जनसंपर्क (आईएसपीआर) के प्रवक्ता ने केच मुठभेड़ में मेजर समेत दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता ने बयान जारी कर तीन सुरक्षा चौकियों पर हमले की जिम्मेदारी ली है। आईएसपीआर ने कहा है कि इस मुठभेड़ में फौज ने अपने बहादुर मेजर साकिब हुसैन और नायक बाकिर अली को खो दिया है। आतंकवादियों की गोलीबारी में एक अन्य सैनिक घायल हो गया है।
तीन चौकियों पर किए गए हमले
झोब डिवीजन के आयुक्त सईद अहमद उमरानी ने कहा है कि दानासर इलाके में पुलिस, लेवी और फ्रंटियर कोर की तीन सुरक्षा चौकियों पर एक साथ सशस्त्र हमले किए गए। सशस्त्र आतंकवादियों ने ग्रेनेड और रॉकेट फेंके। यह चौकियों में फट गए। हमले में लहूलुहान चार जवानों ने दम तोड़ दिया। आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए चप्पा-चप्पा छाना जा रहा है। जान गंवाने वालों में उप निरीक्षक बहादुर खान बाबर, सिपाही बाज खान, सिपाही मोहम्मद अफजल और एफसी कैप्टन सईद हैं।
मृतक सुरक्षाकर्मियों के रिश्तेदारों ने की नारेबाजी
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी घटनाओं से गुस्साए मृतक सुरक्षाकर्मियों के रिश्तेदारों ने दानासर इलाके में हुकूमत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाइवे को अवरुद्ध कर दिया। अधिकारियों के समझाने के दो घंटे बाद वह सड़क से उठकर चले गए।