महाराष्ट्र के जलगांव शहर के कालिंका माता मंदिर इलाके में प्रार्थना और सत्संग के नाम पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराये जाने का मामला उजागर हुआ है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा इस तरह का खुलासा करने के बाद इस मामले में एमआईडीसी पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।
जलगांव शहर के कालिका माता चौक इलाके में मंगलम इमारत के एक हॉल में कुछ ग्रामीणों के परिवारों को प्रार्थना के नाम पर जमा किया गया था। उनसे कहा गया था कि अगर तुम हमारे भगवान से प्रार्थना करोगे तो तुम्हारी बीमारी ठीक हो जाएगी और तुम्हें किसी दूसरे भगवान से प्रार्थना करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही उन्हें अन्य तरह के लाभ पहुंचाने के लालच भी दिए गए थे।
विहिप ने पुलिस को दी सूचना
जैसे ही यह जानकारी विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को मिली, उन्होंने यह जानकारी एमआईडीसी पुलिस को दी।उसके बाद उपविभागीय पुलिस अधिकारी संदीप गावित और एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक जयपाल हिरे अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों से बात कर पूरी जानकारी हासिल की। उन्हें इस दौरान पता चला कि धर्म परिवर्तन कराने वाले ईसाई समुदाय के लोगों ने सत्संग के लिए हॉल बुक कराया था। पुलिस टीम ने स्वयं देखा कि वहां उपस्थित कुछ लोग बंद हॉल में प्रार्थना में हिस्सा ले रहे थे। इस बीच विहिप ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांंग की है।
चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस को यह भी पता चला कि शहर के पास के ग्रामीण इलाके से इस परिवार को तरह-तरह का प्रलोभन देकर यहां एक परिवार को लाया गया था। कीर्तनकार योगेश दिलीप कोली की शिकायत पर एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में सीमा संतोष पाटील (41), पवन सारसर (25), राजकुमार हरि शंकर यादव (47) और प्रदीप भालेराव (49) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। साथ ही इन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।