श्रावण (Shravan) में भगवान शिव (Shiva) शंकर के पूजा का विशेष महत्व है। सोमवार के दिन भक्त मंदिर में जाकर शिवलिंग (Shivalinga) पर दूध, धतूरा समेत विभिन्न प्रकार के फूल और जल अर्पित करते हैं। इस पूजन में शिव शंकर को कौन सा पुष्प और सामग्री अर्पित करें तो विशेष लाभ होता है, यह जानना आवश्यक है।
भगवान शंकर को अर्पित करें 15 प्रकार के पुष्प…
1.धतूरे के फूल
2.हरसिंगार के फूल
3.नागकेसर के सफेद पुष्प
4.सूखे कमल गट्टे
5.कनेर के फूल
6.कुसुम के फूल
7.आंकड़े के फूल
8.कुश के फूल
9.गेंदे के फूल
10.गुलाब के फूल
11.शंख पुष्पी का फूल
12.बेला के फूल
13.चमेली का फूल
14.शेफालिका का फूल
15.आगस्त्य का पुष्प
भोलेबाबा को अर्पित होनेवाले पंद्रह पुष्पों का अपना अलग-अलग महत्व है। जिसकी जानकारी इस प्रकार है…
1. ऐसी मान्यता है कि शिवजी को चमेली का फूल चढ़ाने से वाहन सुख मिलता है।
2. कमल का फूल, बिल्वपत्र और शंख पुष्पी चढ़ाने से धनलाभ होता है।
3. बेला का फूल चढ़ाने से विवाह की समस्या दूर होती है।
4. संतान प्राप्त के लिए धतूरा अर्पित करना होता।
5. तनाव दूर करने के लिए शेफालिका का फूल अर्पित करना चाहिए।
6. आगस्त्य का फूल चढ़ाने से मान सम्मान की प्राप्ति होती है।
7. कनेर का फूल चढ़ाने से वस्त्र आभूषणों की प्राप्ति होती है।
8. दूर्वा चढ़ाने लंबी आयु प्राप्त होती है।
10. सफेद कमल का फूल चढ़ाने से सुख शांति की प्राप्ति होती है।
शिव पूजन में चढ़नेवाली प्रमुख सामग्री
1.जल
2.दूध
3.दही
4.शहद
5.घी
6.शक्कर
7.ईत्र
8.चंदन
9.केसर
10.पुष्प
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उपरोक्त वस्तु के अर्पण करने के फायदे
1. जल अर्पित करने से मन शांत होता है।
2. दूध अर्पित करने से सेहत में लाभ होता है।
3. दही अर्पित करने से स्वभाव में सुधार होता है।
4. शहद अर्पित करने से वाणी में मिठास आती है।
5. घी अर्पित करने से शक्ति बढ़ती है।
6. शक्कर अर्पित करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है।
7. इत्र अर्पित करने से विचार और भाव पवित्र होते हैं।
8. चंदन अर्पित करने से मान सम्मान प्राप्त होता है।
9. केसर अर्पित करने से सौम्यता प्राप्त होती है।
10. पुष्प अर्पित करने शिव प्रसन्न होते हैं। इसके लिओ विवरण उपरोक्त वर्णन में है।