और मजबूत हुए अजित पवार, दरक रही शरद पवार की सियासी जमीन

अजीत पवार की बैठक में 32 विधायक उपस्थित हुए थे, जबकि शरद पवार की बैठक में 16 विधायक उपस्थित हुए थे। उस समय राकांपा के पांच विधायक तटस्थ थे। इनमें से एक विधायक नरहरि झिरवल रविवार को अजीत पवार के सरकारी आवास पर पहुंचे और अजीत पवार को अपना समर्थन देने की घोषणा की।

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवल रविवार को अजीत पवार समूह में शामिल हो गए। नरहरि झिरवल अभी तक तटस्थ थे। एक अन्य राकांपा विधायक अतुल बेनके ने अगला चुनाव न लड़ने की घोषणा की है।

जानकारी के अनुसार राकांपा में फूट पड़ने के बाद 5 जुलाई को शरद पवार और अजीत पवार ने अलग-अलग बैठक बुलाई थी। अजीत पवार की बैठक में 32 विधायक उपस्थित हुए थे, जबकि शरद पवार की बैठक में 16 विधायक उपस्थित हुए थे। उस समय राकांपा के पांच विधायक तटस्थ थे। इनमें से एक विधायक नरहरि झिरवल रविवार को अजीत पवार के सरकारी आवास पर पहुंचे और अजीत पवार को अपना समर्थन देने की घोषणा की। इस मौके पर राकांपा सांसद सुनील तटकरे, मंत्री धनंजय मुंडे उपस्थित थे।

आकोले विधानसभा क्षेत्र के विधायक किरण लहमाटे भी अजीत पवार से मिले और उनसे अलग से चर्चा की। इसके बाद किरण लहमाटे ने बताया कि उन्होंने अभी अजीत पवार के साथ जाने का निर्णय नहीं लिया है। वे अपने क्षेत्र के लोगों से चर्चा करने के बाद अंतिम निर्णय लेंगे।

दरअसल, किरण लहमाटे शरद पवार की बैठक में शामिल 16 विधायकों में एक हैं, जबकि राकांपा विधायक अतुल बेनके भी तटस्थ हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ शरद पवार दूसरी तरफ अजीत पवार। इस समय उत्पन्न राजनीतिक स्थिति से परेशान हो गए हैं। अतुल बेनके ने कहा कि उन्होंने तय किया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

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