राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के तकनीकी संस्थानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का प्रयोग करने की सलाह देते हुए कहा कि नॉलेज सेंटर को नॉलेज इकोनॉमी का सेंटर बनना चाहिए। राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित दो दिवसीय आगंतुक सम्मेलन-2023 के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति ने इस दौरान नवाचार, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास श्रेणियों में आगंतुक पुरस्कार 2021 भी प्रदान किए। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति मुर्मू उच्च शिक्षा के 162 केंद्रीय संस्थानों की विजिटर हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 का उद्देश्य भारत को ग्लोबल नॉलेज पावर बनाना है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य छात्रों के लिए बेहतर माहौल स्थापित करना है साथ ही इसमें अच्छे शिक्षकों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है। उन्होंने कहा कि समाज और देश के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने में शिक्षा की अहम भूमिका होगी।
सम्मेलन को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आगामी 29 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की तीसरी वर्षगांठ मनाई जाएगी। इसमें देशभर के शिक्षाविदों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चरक, सुश्रुत से लेकर पाणिनी आदि को हम समाजशास्त्र, प्राणि विज्ञान, ज्योतिष और भूगोल शास्त्र में नाम ले सकते हैं। उन्हीं की बदौलत हम आज यहां तक पहुंचे हैं।
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