फ्रांस के ‘बैस्टिल डे’ पर आयोजित फ्रांसीसी सैन्य परेड में तीनों भारतीय सेनाओं की 269 सदस्यीय टुकड़ी भी मार्चिंग दल का हिस्सा बनीं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी परेड में बतौर सम्मानित अतिथि शामिल हुए। उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ भारतीय दल से भी मुलाकात की। बैस्टिल दिवस समारोह में भाग लेने के लिए भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस चेन्नई भी फ्रांस में है।
भारतीय नौसेना का स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस चेन्नई ब्रेस्ट में बैस्टिल दिवस समारोह में भाग लेने के लिए फ्रांस में है। भारतीय समयानुसार 14 जुलाई को दोपहर लगभग 1:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी बैस्टिल डे परेड में शामिल हुए और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ भारतीय दल से भी मुलाकात की। फ्रांस की प्रथम महिला ब्रिगिट मैक्रॉन और फ्रांस के प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न ने पेरिस में बैस्टिल डे परेड में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री का शेड्यूल
इसके बाद भारतीय समयानुसार लगभग 4:30 बजे प्रधानमंत्री नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ब्राउन-पिवेट की ओर से आयोजित दोपहर के भोजन में शामिल हुए। इसके बाद भारतीय समयानुसार शाम करीब 6:15 बजे पीएम विभिन्न विचारकों से मुलाकात करेंगे। भारतीय समयानुसार रात लगभग 8:30 बजे प्रधानमंत्री एलिसी पैलेस में औपचारिक स्वागत समारोह में भाग लेंगे, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता और प्रेस वक्तव्य होगा। भारतीय समयानुसार रात करीब 10:30 बजे पीएम भारत-फ्रांस सीईओ फोरम में हिस्सा लेंगे।
इसके बाद भारतीय समयानुसार लगभग मध्यरात्रि प्रधानमंत्री मोदी लौवर संग्रहालय जाएंगे, जहां वे एक रात्रिभोज में भी शामिल होंगे। इसके बाद मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों एफिल टॉवर पर आतिशबाजी का प्रदर्शन देखेंगे।
भारतीय सैन्य अधिकारी उत्साहित
परेड से पूर्व भारतीय नौसेना में वायु संचालन अधिकारी दिशा ने कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है और हम बहुत जोश में हैं। हम अपना अच्छा प्रदर्शन देंगे। हमें गर्व हो रहा है कि हम भारत का अंतरराष्ट्रीय देश में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम प्रधानमंत्री मोदी के पास से मार्च करते हुए निकलेंगे। भारतीय नौसेना से रणवीर ने कहा कि हम आज के दिन के लिए पिछले एक महीने से तैयारी कर रहे हैं। हमें बहुत गर्व हो रहा है कि फ्रांस की इतनी महत्वपूर्ण परेड में अपने देश के प्रधानमंत्री के सामने हिस्सा ले रहे हैं।
अब गाजियाबाद में बाढ़ का कहर, यमुना नदी का पुश्ता बांध टूटा, ‘इन’ गांवों में घुसा पानी
गर्व का क्षण
बैस्टिल दिवस परेड के शुरू होने से पहले टुकड़ियां पेरिस में एकत्रित हुईं। परेड में हिस्सा ले रहे पंजाब रेजिमेंट, लोंगेवाला की 23वीं बटालियन के कैप्टन अमन जगताप ने कहा कि यह परेड मेरे और मेरी पलटन के लिए बहुत बड़ा और गर्व का क्षण है, क्योंकि हम 107 साल बाद फिर उसी जगह परेड करेंगे, जहां मेरी पलटन के पूर्वजों ने परेड किया था। पहले विश्व युद्ध में 900 से अधिक सैनिकों ने फ्रांस की फौज के साथ बलिदान दिया था।