आरपीएससी परीक्षा में 40 लाख मांगने का मामलाः अब तक चार गिरफ्तार, यह कांग्रेस नेता भी शामिल

14 जुलाई को दिल्ली निवासी अनिल और ब्रह्मप्रकाश को सीकर से 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। ऑपरेशन को गुप्त रखा गया क्योंकि जांचकर्ता अन्य संदिग्धों को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे।

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राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 15 जुलाई को राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के नेता गोपाल केसावत को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) परीक्षा में एक उम्मीदवार से ₹7.5 लाख रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।

केसावत राजस्थान के विमुक्त घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजाति कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष थे, यह पद राज्य मंत्री के भत्ते और रैंक के साथ आता है।

अब तक चार आरोपी गिरफ्तार
पिछले 24 घंटों में एसीबी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया जाने वाला कांग्रेस नेता गोपाल केसावत चौथा व्यक्ति है। ब्यूरो ने कहा कि सभी चार आरोपियों को कथित तौर पर पैसे लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि कि उन्हें मामले में आरपीएससी अधिकारियों की कोई संलिप्तता नहीं मिली है।

40 लाख की जगह जांच में 25 लाख मांगे जाने का हुआ खुलासा
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि एसीबी की सीकर इकाई को शिकायत मिली थी कि गोपाल केसावत और उनके तीन सहयोगी अनिल कुमार, ब्रह्मप्रकाश और रविंदर शर्मा शिकायतकर्ता से ₹40 लाख की रिश्वत मांग रहे थे। ये रकम आरपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा में पास कराने के लिए मांगी जा रही थी। प्रियदर्शी ने कहा कि आरोपों पर गौर किया गया और अधिकारी यह सत्यापित करने में सक्षम रहे कि 40 नहीं ₹25 लाख की मांग की गई थी।

रंगे हाथ पकड़े गए आरोपी
14 जुलाई को दिल्ली निवासी अनिल और ब्रह्मप्रकाश को सीकर से 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। ऑपरेशन को गुप्त रखा गया क्योंकि जांचकर्ता अन्य संदिग्धों को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। प्रियदर्शी ने कहा कि रवींद्र शर्मा को सीकर में ₹7.5 लाख लेते हुए गिरफ्तार किया गया और गोपाल केसावत को जयपुर में ₹7.5 लाख लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

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यह है मामला
राजेश जांगिड़, एसीपी सीकर ने बताया कि 7 जुलाई 2023 को एक शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसका बेटा आरपीएससी द्वारा आयोजित ईओ परीक्षा दे रहा था। परीक्षा में पास कराने के लिए ओएमआर शीट बदलने के लिए उनसे 40 लाख रुपये की मांग की गई थी। उसी दिन हमने सत्यापन कराया तो पता चला कि 40 लाख रुपये की जगह 25 लाख रुपये की मांग की गयी है। हमने तुरंत जाल बिछाया और 14 जुलाई को दो व्यक्तियों – अनिल और ब्रह्मप्रकाश को 18.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। इसी मामले में रवींद्र नाम का शख्स भी 7.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया ।मामले की जांच के दौरान पता चला कि यह पैसा गोपाल केसावत (कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व मंत्री) को जाना था। हमने उसे 7.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए भी पकड़ा।

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