उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के भावनपुर थाना क्षेत्र के राली चौहान गांव में 15 जुलाई की रात को हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा कांवड़िए घायल हो गए। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने किला परीक्षितगढ़ रोड पर रात को यातायात जाम कर दिया। अधिकारियों से दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन मिलने के बाद 16 जुलाई की सुबह ग्रामीणों ने जाम खोला। 15 जुलाई की रात से लेकर रविवार सुबह तक करीब 13 घंटे यातायात जाम रहा।
डीजे कांवड़ हाईटेंशन तार से टकराने से घटी घटना
राली चौहान गांव से कांवड़ियों का एक जत्था ट्रैक्टर-ट्रॉली पर हरिद्वार से डीजे कांवड़ लेकर आया था। औघड़नाथ मंदिर में जल चढ़ाने के बाद 15 जुलाई की रात को राली चौहान गांव में पहुंची डीजे कांवड़ हाईटेंशन तार से टकरा गई। कांवड़ में करंट उतरने से लगभग 20 कांवड़िए झुलस गए। इनमें से छह की मौत हो गई, जबकि बाकी कांवड़ियों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस दुर्घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने किला परीक्षितगढ़ रोड पर जाम लगा दिया।
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होगी मजिस्ट्रियल जांच
एडीजी राजीव सब्बरवाल ने अस्पताल में भर्ती कांवड़ियों का हालचाल पूछा। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की एमडी चैत्रा वी. जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने गांव में पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी रातभर ग्रामीणों को समझाते रहे। जिलाधिकारी ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रियल जांच बैठा दी है। इसके साथ ही पावर कार्पोरेशन की भूमिका की जांच के लिए भी एक समिति का गठन किया गया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद 16 जुलाई की सुबह ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।