महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के खालापुर तालुक के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन की घटना सामने आई है। मलबे में कई लोगों के फंसे होने की भी आशंका है। इस हादसे के बाद एनडीआरएफ की दो टीमें बचाव कार्य के लिए इरशालवाड़ी में दाखिल हो गई हैं और बचाव कार्य जारी है। इसके साथ ही मुंबई और पनवेल से तीन बचाव दल भी इरशालवाड़ी पहुंच चुके हैं। रायगढ़ पुलिस ने बताया कि लोगों की मदद के लिए पुलिस ने एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। पुलिस के अनुसार, इस हादसे में अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है और 20 लोग घायल हो गए हैं। कई लोग अभी भी मलबे में दबे हैं।
25 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
घटना का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ही उद्योग मंत्री उदय सामंत और बंदरगाह विकास मंत्री दादा भुसे इरशालवाड़ी पहुंचे हैं। इस बीच, बचाव दल ने अब तक 25 लोगों को सुरक्षित बचाया है। अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। रायगढ़ पुलिस ने बताया कि फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन के 100 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। पुलिस ने कहा है कि बचाव कार्य में उन्हें एनडीआरएफ, स्थानीय और कुछ एनजीओ से मदद मिल रही है।
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छोटा-सा गांव है इरशालवाड़ी
इरशालवाड़ी 50 से 60 घरों की आबादी वाला एक छोटा सा गांव है। बारिश के कारण इरशालगढ़ चट्टान का एक हिस्सा ढह गया और कई ग्रामीण मिट्टी और चट्टानों के ढेर के नीचे फंस गए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना कल (बुधवार, 19 जुलाई) रात 11:30 से 12:00 बजे के बीच हुई।
भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है: उदय सामंत
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा कि भूस्खलन की घटना रात करीब 11 बजे हुई। पहाड़ी इलाकों में अभी भी भूस्खलन हो रहा है। वहीं भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। एनडीआरएफ की बचाव टीमें पहुंच गई है। इन बचाव दलों द्वारा अब तक 25 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। घायलों को नवी मुंबई के अस्पताल ले जाया गया है।