छोटे स्टेशनों की पहचान करना अब होगा आसान, कल से रेलवे देगी यह सुविधा

उद्देश्य को पूरा करने के लिए, प्रौद्योगिकी में एप्लीकेशनों में परिवर्तन किए गए हैं और 175 लोकप्रिय शहर/क्षेत्र को 725 स्टेशनों के साथ जोड़ा गया है। इन परिवर्तनों को ई-टिकट बुकिंग वेबसाइट के यात्रा प्लानर स्टेशन खोज में शामिल किया गया है। कार्यक्षमता यात्रा प्लानर और टिकट की इलेक्ट्रॉनिक आरक्षण पर्ची पर प्रदर्शित की जाएगी।

204

छोटे स्टेशनों को लोकप्रिय क्षेत्रों/शहरों के साथ पहचानने की सुविधा के लिए भारतीय रेल ने एक नवाचारी दृष्टिकोण अपनाया है। इसके तहत छोटे स्टेशनों को लोकप्रिय शहरों/क्षेत्रों को स्टेशन के नाम के साथ जोड़ा जाएगा। इस नए दृष्टिकोण से यात्रा की बेहतर योजना और वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर टिकट बुकिंग में व्यक्तिगत यात्री अनुभव प्राप्त होगा। इससे पर्यटकों को भी सुविधा होगी क्योंकि स्टेशन खोजना आसान हो जाएगा। साथ ही यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह सुविधा कल (21.07.2023) से उपलब्ध होगी।

इस पहल में सेटेलाइट सिटी को रेलवे स्टेशनों से जोड़ना भी शामिल है – जैसे नोएडा से नई दिल्ली। कभी-कभी, स्थानीय/लोकप्रिय नाम रेलवे स्टेशन के नामों से भिन्न होते हैं, जिससे यात्रा योजना बनाते समय भ्रम की स्थिति पैदा होती है, इसलिए इस तरह के जुड़ाव से भ्रम समाप्त हो जाएगा।

उद्देश्य को पूरा करने के लिए, प्रौद्योगिकी में एप्लीकेशनों में परिवर्तन किए गए हैं और 175 लोकप्रिय शहर/क्षेत्र को 725 स्टेशनों के साथ जोड़ा गया है। इन परिवर्तनों को ई-टिकट बुकिंग वेबसाइट के यात्रा प्लानर स्टेशन खोज में शामिल किया गया है। कार्यक्षमता यात्रा प्लानर और टिकट की इलेक्ट्रॉनिक आरक्षण पर्ची पर प्रदर्शित की जाएगी।

यात्रियों को लाभ:

रेल यात्रा प्लानिंग में यात्रियों के लिए बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव
पर्यटक सुविधा
पर्यटकों के लिए स्टेशन खोज आसान
पर्यटन महत्व के स्थानों जैसे काशी, खाटू श्याम, बद्रीनाथ, केदारनाथ, वैष्णोदेवी आदि को निकटतम स्टेशन से मैप किया गया।
बेहतर कनेक्टिविटी
रेलवे स्टेशनों को जोड़ने के लिए सैटेलाइट सिटी को जोड़ना – जैसे नोएडा से नई दिल्ली
क्षेत्रीय महत्व और नागरिकों के लिए गौरव: रेलवे स्टेशन से लोकप्रिय शहर के नाम का जुड़ाव नागरिकों को गर्व और स्वामित्व की भावना देता है।
यह कार्यक्षमता परिचालन कारणों से स्टेशन में बदलाव के मामले में संचार में आसानी प्रदान करेगी, उदाहरण के लिए, यदि परिचालन/रखरखाव गतिविधि के कारण एक निर्धारित स्टेशन बदला जाता है – यात्रा प्लानर खोज में वैकल्पिक स्टेशन दिखाएगा-

उदाहरण के लिए, ट्रेन 19031 [अहमदाबाद से जयपुर] को निर्धारित स्टेशन अहमदाबाद के बजाय असारवा से चलाने की योजना है। असारवा को अहमदाबाद इनपुट पर यात्रा प्लानर में दिखाया जाएगा – वर्तमान में यह गतिविधि मैन्युअल रूप से की जाती है।
इसके अलावा, एमआईएस (प्रबंधन सूचना प्रणाली) उत्पन्न होने से नई ट्रेनों और स्टेशन सुविधाओं की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें – भारतीयता के बोध के लिए हिंदी सबसे अच्छी भाषा – डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.