कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय के छात्रों के अंको में हुई गड़बड़ी मामले की जांच अब एसआईटी की टीम करेगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
कुलपति ने बताया कि 2011-15 में संतोष कुमार गौड़ ने बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। संतोष कुमार स्नातक की उपाधि लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। आवेदन के दौरान बीएससी प्रथम वर्ष की अंक तालिका अपलोड की थी, जिसमें वे पास थे, जबकि विश्वविद्यालय के पास अंक चार्ट में उन्हें फेल दिखाया गया है। विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एकेडमी में 20 जुलाई को परीक्षा समिति की बैठक हुई। बैठक में संतोष कुमार गौड़ समेत अन्य छात्र-छात्राओं के परीक्षा में हुई गड़बड़ी की शिकायत को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में चर्चा के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपते हुए कहा कि अब आगे की कार्रवाई एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर ही की जाएगी।
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216 छात्र-छात्राओं का रुका परीक्षा परिणाम
लखीमपुर खीरी के एक महाविद्यालय के लगभग 216 छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम रुका हुआ है। इसको लेकर भी समिति की बैठक में चर्चा की गई। बैठक में जानकारी दी गई कि इन छात्रों की उत्तर पुस्तिका विश्वविद्यालयों को अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। यह भी निर्णय लिया गया कि छात्र—छात्राओं को औसत अंक देकर पास किया जायेगा और कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाएगा।
ये रहे मौजूद
बैठक के दौरान रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव, परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार, सीडीएस निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी, प्रो. विवेक दुबे, कूटा अध्यक्ष प्रो. बीडी पांडेय, डॉ. अवधेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।