मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में AAP की एंट्री निश्चित मानी जा रही है। इस स्थिति में अधिक नुकसान किस पार्टी को होगा, कांग्रेस या भारतीय जनता पार्टी को, यह सवाल पूछा जा रहा है।
दरअस्ल इन तीन राज्यों मेंवहोने वाले चुनाव हमें यह संकेत देंगे कि क्या भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हिंदी बेल्ट में मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ बनाने में कामयाब होगी या फिर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष उसके रथ को उलट देगा। इन तीन में से दो राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़) में कांग्रेस सत्ता में है, जबकि मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार में है।
भाजपा को अधिक नुकसान
हालांकि इन तीन राज्यों में मुख्य मुकाबला निस्संदेह कांग्रेस और भाजपा के बीच होगा, लेकिन पंजाब में अपनी जीत से उत्साहित आप का मैदान में उतरने का फैसला इन चुनावों में निर्णायक साबित हो सकता है। एबीपी-सीवोटर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि AAP के चुनाव लड़ने के फैसले से बीजेपी की तुलना में कांग्रेस के वोट बैंक पर ज्यादा असर पड़ेगा।
भाजपा भी होगी प्रभावित
सर्वेक्षण में शामिल लगभग 41 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि आप के प्रवेश से कांग्रेस प्रभावित होगी, जबकि 22 प्रतिशत की राय थी कि भाजपा प्रभावित होगी। लगभग 22 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि आप फैक्टर दोनों पार्टियों को प्रभावित करेगा। 15 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम।
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विपक्ष की एकजुटता का क्या होगा?
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली AAP ने विस्तार करने का निर्णय लिया है। अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वह राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। विधानसभा के साथ ही लोकसभा चुनाव में भी वह इन राज्यों में पूरी शक्ति के साथ उतरेगी। हालांकि विपक्षी एकता की कोशिश कर रहे विभिन्न दलों के नेता इस स्थिति में कैसे एकजुट रहेंगे, ये देखने वाली बात होगी।