सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खाते में जमा पर 8.15 फीसदी ब्याज दर की मंजूरी दी है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 28 मार्च को ईपीएफ जमा पर 8.10 फीसदी के बजाय 8.15 फीसदी की दर से ब्याज देने का फैसला लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा था। इस तरह ईपीएफओ ने अपने छह करोड़ से अधिक सदस्यों के लिए ब्याज में मामूली बढ़ोतरी की है।
8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज जमा करने का निर्देश
ईपीएफओ ने 24 जुलाई को जारी एक आधिकारिक आदेश में अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को सदस्यों के खातों में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी की दर से ब्याज जमा करने के लिए कहा है। ये आदेश ब्याज दर पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद आया। अधिसूचना जारी होने के बाद ही ईपीएफ सदस्यों के खाते में नई ब्याज दर के हिसाब से राशि जमा की जाएगी।
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वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर में की गई थी कटौती
ईपीएफओ ने मार्च, 2022 में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को घटाकर 8.10 फीसदी कर दिया था। यह वित्त वर्ष के बाद से सबसे कम ब्याज दर थी, जब ईपीएफ ब्याज दर 8 फीसदी थी।