रणथंभौर नेशनल पार्क में आए नन्हें मेहमान, बाघिन ने दिया 3 शावकों को जन्म

जयपुर से लगभग 170 किमी दूर रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान अपनी बड़ी बाघ आबादी के लिए जाना जाता है। पार्क वर्तमान में लगभग 43-45 बाघों और लगभग 18 शावकों का घर है।

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राजस्थान (Rajasthan) के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क (Ranthambore National Park) से एक बार फिर अच्छी खबर सामने आई है। रणथंभौर की बाघिन एरोहेड (Tigress Arrowhead) (टी-84) 3 शावकों के साथ देखी गई। बाघिन एरोहेड सवाई माधोपुर रेंज में विचरण कर रही है। आज फील्ड स्टाफ को 3 शावकों (Cubs) के साथ बाघिन दिखी। टी-19 की बेटी इस बाघिन की उम्र करीब 9 वर्ष है। बाघिन ने चौथी बार शावकों को जन्म दिया है। शावकों के जन्म से पहले यह कमजोर बाघिन देख रही थी। जिसकी मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग के लिए मैदानी अमले को निर्देश दिये गये। फिलहाल मादा बाघिन टी-84 काफी स्वस्थ दिख रही है।

गौरतलब है कि करीब 10 दिन पहले बाघिन आरवीटी-2 ने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में तीन शावकों को जन्म दिया था। इसी महीने के पहले हफ्ते में अलवर जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघिन एसटी-19 ने भी दो शावकों को जन्म दिया था। अब रणथंभौर में बाघिन टी-84 ने 3 शावकों को जन्म दिया है। प्रदेश में बाघों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी से वन्यजीव प्रेमी बेहद खुश हैं।

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देश में सर्वाधिक बाघ मप्र में
राजस्थान अब उन राज्यों की सूची में शामिल हो गया है जहां 100 या उससे अधिक बाघ हैं। इनमें मध्य प्रदेश सबसे आगे है, जहां करीब 600 बाघ हैं। कर्नाटक में लगभग 550, उत्तराखंड में 450 से अधिक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में लगभग 300-300, असम, यूपी और केरल में लगभग 200-200, राजस्थान में 109 और पश्चिम बंगाल में 100 से अधिक बाघ हैं।

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