महाराष्ट्र के अधिकांश जिलों में जुलाई महीने में भारी बारिश हुई है। इसलिए बलिराजा पर छाये संकट के बादल छंट गये हैं। पूरे महीने हो रही बारिश अब महीने के अंत में कम होने लगी है। कोंकण और विदर्भ में जारी भारी बारिश अब थमती नजर आ रही है। हालांकि, राज्य के कुछ हिस्सों में अभी भी बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कोंकण के रायगढ़ और रत्नागिरी, जबकि पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे और सतारा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही विदर्भ में बारिश की गति धीमी हो गई है, लेकिन अभी भी कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है और पूरे विदर्भ के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी मुंबई में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।
पुणे में राहत
पिछले कुछ दिनों से पुणे शहर और जिले में हो रही भारी बारि कम हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों तक शहर में आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे और दिन में हल्की बारिश होगी। हालांकि, तटीय इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना है। इस बीच, पुणे में 29 जुलाई को पूरे दिन बादल छाए रहे और अंधेरा रहा। दोपहर और शाम को हल्की से मध्यम बारिश हुई। इससे वातावरण में ठंडक घुल गई। रात साढ़े आठ बजे तक शहर में 1.2 मिमी बारिश हुई। जिले और घाट माथा में भारी बारिश हुई। आईएमडी ने कहा है कि चूंकि अगले कुछ दिनों में बारिश कम हो जाएगी, इसलिए किसान अब अपना कृषि कार्य पूरा कर सकेंगे।
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नासिक में क्या है स्थिति?
राज्य के अधिकांश हिस्सों में जहां संतोषजनक बारिश हुई है, वहीं नासिक जिले में अभी भी भारी बारिश का इंतजार है। हालांकि जिले के येओला, सिन्नर, मालेगांव तालुका के कई हिस्से अभी भी सूखे हैं, त्र्यंबकेश्वर और इगतपुरी तालुका में बारिश अच्छी हुई है, जो शहर और जिले की प्यास बुझाती है। पालखेड बांध समूह में धरना बांध से पानी छोड़ना चार दिन पहले ही शुरू हो चुका है।