पीएफआई का सबसे बड़ा ट्रेनिंग कैम्प अटैच, एनआईए ने बताई कैसे होती थी आतंकी कार्रवाई

पीएफआई पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रतिबंध लगा दिया है। यह संगठन देश में विभिन्न आतंकी घटनाओं में संलग्न रहा है।

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File Photo

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 18वें अतंकी निर्माण केंद्र को जब्त किया है। ताजा कार्रवाई केरल में स्थित पीएफआई के सबसे बड़े हथियार प्रशीक्षण और शारीरिक शिक्षण केंद्र को जब्त किया है।

देश में पीएफआई के कई प्रशीक्षण केंद्र हैं, जिसमें से छठवें केंद्र पर मंगलवार को एनआईए ने कार्रवाई की। यह कार्रवाई यूएपीए कानून के अंतर्गत आनेवाले ‘प्रोसीड्स ऑफ टेरोरिज्म’ के अंतर्गत की गई है। पीएफआई द्वारा जब्त किया गया प्रशीक्षण केंद्र 10 हेक्टेयर भूखंड पर फैला हुआ है। इसे ग्रीन वैली फाउंडेशन (जीवीएफ) नामक संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा था। इसका नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट नामक संगठन उपयोग कर रहा था, यह संगठन पीएफआई में मिल गया है।

ग्रीन वैली अकादमी में अतंकी प्रशीक्षण
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की जांच के अनुसार ग्रीन वैली अकादमी में पीएफआई के कैडरों को हथियार प्रशिक्षण, शारीरिक प्रशिक्षण, विस्फोटकों की ट्रेनिंग दी जाती थी। इसके अलावा ‘सर्विस विंग’ के द्वारा यहां पर हत्या जैसे संगीन अपराधों में फंसे पीएफआई सदस्यों की देखरेख की जाती थी। इस ट्रेनिंग कैम्प में सदस्यों को कट्टरवादी बनाने का काम भी होता था। यहां से पीएफआई से संलग्न कई संगठनों के कार्यालय संचालित होते थे।

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कहां हैं पीएफआई के वह पांच केंद्र
एनआईए ने इसके पूर्व पीएफआई के पांच केंद्रों की जब्ती कार्रवाई की है। जिसमें, केरल में स्थित मलबार हाऊस, पेरियार वैली, वल्लुवानंद हाऊस, कारुण्य चैरिटेबल ट्र्स्ट और त्रिवेंद्रम एजुकेशनल एंड सर्विस ट्रस्ट (टीईएसटी) का समावेश है। इसके अलावा पीएफआई के 12 अन्य कार्यालयों को अटैच किया गया है। एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि, पीएफआई से संलग्न सदस्य चैरिटेबल संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं के नाम पर कई संगठन चलाते हैं। इसके अलावा पीएफआई ने कई इमारतों को किराए पर ले रखा था, जहां प्रशीक्षण कैम्प और आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जाती थी।

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