महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने गुरुवार को कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता प्रदान कर दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार के इस्तीफा देकर शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद से यह पद रिक्त था।
वडेट्टीवार को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार सदन में उनको नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी तक ले गए। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि वडेट्टीवार केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के साथ शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने मंत्री पद की जिम्मेदारी बहुत ही उम्दा तरीके से निभाई। अब उन्हें कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। शिंदे ने उनको शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वडेट्टीवार इस पद का बखूबी निर्वहन करेंगे। मुख्यमंत्री शिंदे ने उम्मीद जताई कि बडेट्टीवार सरकार के कामकाज में सहयोग करेंगे और जहां चूक हो रही होगी, उसे सुधारने का सुझाव देंगे।
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वडेट्टीवार विदर्भ की आवाज थे, लेकिन अब उन्हें विधानसभा की आवाज बनने का मौका मिल गया है। वडेट्टीवार विधानसभा की कार्यवाही के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि आमतौर पर विधायक पार्टी बदलने की हिम्मत नहीं करते हैं, लेकिन वडेट्टीवार ने नारायण राणे के साथ शिवसेना छोड़ी और कांग्रेस में आने के बाद भी मतदाताओं से दूर नहीं हुए। अजीत पवार ने उम्मीद जताई कि वडेट्टीवार नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी बहुत ही अच्छी तरह निभाएंगे। उल्लेखनीय है कि 17 जुलाई से शुरू हुआ महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र 04 अगस्त तक चलेगा।
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