हरियाणा के मेवात हिंसा मामले में पुलिस ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है। बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप की हत्या मामले में सोहना पुलिस ने जावेद व अन्य 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ प्रशासन ने 5 अगस्त को उस होटल को भी नेस्तनाबूद कर दिया, जिस होटल की छत से श्रद्धालुओं पर पत्थर बरसाए गए थे।
बताया जा रहा है कि जावेद आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक हैं। हालांकि जावेद का कहना है कि केस गलत है और वह उस दिन क्षेत्र में थे ही नहीं। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की मनोहर सरकार ने भी फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान की सुरक्षा हटाकर कड़ी कार्रवाई के संदेश दे दिया है।
उपचार के दौरान मौत
पुलिस को दी शिकायत में पवन ने बताया कि वे जब मेवात से सोहना आ रहे थे, रायसीना के पास जावेद अपने साथियों के साथ डंडे, पत्थर, लोहे की राड और पिस्टल लेकर रास्ता में खड़ा हुआ था। पवन ने कहा कि मैं कार से नीचे उतरा तो जावेद ने कहा कि इसे मार दो। जो होगा, मैं संभाल लूंगा। ये सुनकर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में प्रदीप के सिर पर लोहे की राड मारी, जिससे वह नीचे गिर पड़ा। उसके बाद गोलियां चलनी शुरू हुई तो पुलिस वहां आ गई। पुलिस ने मुझे व गनपत को भीड़ से निकाला। गंभीर रूप से घायल प्रदीप को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सोहना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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सरकार ने वापस ली कांग्रेस विधायक मामन खान की सिक्योरिटी
इसी बीच नूंह में दंगों के बाद मनोहर सरकार ने फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान की सिक्योरिटी हटा दी है। दरअसल, नूंह हिंसा को लेकर विधायक की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं। विधानसभा में मामन खान की धमकी वाला वीडियो और ट्वीट को लेकर सरकार की उन पर पैनी नजर है। सिक्योरिटी वापस लेने के बाद विधायक मामन खान ने अपनी जान को खतरा बताया है। उनका कहना है कि उन्हें धममियां मिल रही हैं।