रावलपिंडी जा रही हजारा एक्सप्रेस की 10 बोगियां पटरी से उतर गई, जिसमें 25 लोगों की मौत हुई है और 150 लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद मौके पर व्यापक पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। आसपास के सभी अस्पतालों में घायलों का इलाज जारी है। प्रशासन ने आपात काल लागू कर दिया है।
सिंध के आंतरिक जिलों से आने-जाने वाली ट्रेनों का संचालन निलंबित
यह हादसा 6 अगस्त को शहजादपुर और नवाबशाह के बीच स्थित सहारा रेलवे स्टेशन के पास हुआ है। रावलपिंडी जाने वाली हजारा एक्सप्रेस ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे कम से कम 25 लोगों की मौत हुई है और 150 लोग घायल हुए हैं। इस ट्रेन दुर्घटना के बाद सिंध के आंतरिक जिलों से आने-जाने वाली ट्रेनों का संचालन निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मौके पर पहुंचे बचाव दल ने घायलों को नवाबशाह के पीपुल्स मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन के पटरी से उतरने के पीछे का कारण का पता नहीं चल पाया है।
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10 डिब्बे पटरी से उतरने की पुष्टि
रेलवे मंडल अधीक्षक रहमान ने पुष्टि की है कि ट्रेन दुर्घटना में 10 डिब्बे पटरी से उतरे हैं। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी प्राप्त की जा रही है। पुलिस ने कहा कि प्रभावित बोगियों से यात्रियों को निकालने के लिए टीमें मौके पर मौजूद हैं। स्थानीय प्रशासन ने दुर्घटना के बाद आसपास के अस्पतालों में आपातकाल लागू कर दिया है।