पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर जेल भेजने का कड़ा विरोध हो रहा है। पाकिस्तान में पुलिस पर हमला कर हथियार तक छीनने की घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, दुनिया के कई देशों में इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं।
तुरंत रिहाई की मांग
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इस पर बीते तीन दिनों से पाकिस्तान में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। दुनिया भर में हो रहे प्रदर्शनों में इमरान की तत्काल रिहाई की मांग की जा रही है। कनाडा के कई शहरों में वहां रहने वाले पाकिस्तानियों ने प्रदर्शन कर इमरान खान की गिरफ्तारी का विरोध किया। ऑस्ट्रेलिया में इमरान खान समर्थकों ने प्रदर्शन कर उनकी रिहाई की मांग की। सिडनी में पाकिस्तानियों ने इमरान के समर्थन में नारेबाजी भी की। अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित टाइम्स स्क्वायर पर भारी संख्या में पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी जुटे और इमरान की गिरफ्तारी को गलत बताकर तुरंत रिहाई की मांग की।
समर्थकों का विरोध प्रदर्शन जारी
पाकिस्तान में भी इमरान के समर्थन में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। यहां इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक आठ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है और बीस पर मुकदमे दर्ज हुए हैं। एसआई मोहम्मद लतीफ ने कोटली सत्तियन पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई और कहा कि पीटीआई कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और सड़कें अवरुद्ध कर दीं। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यकर्ताओं ने पथराव भी किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें काबू कर लिया। आंदोलनकारियों ने पेशावर-बाजौर राजमार्ग भी जाम कर दिया, जिससे आवाजाही प्रभावित रही।
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13 पीटीआई कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज
एक अन्य घटना में 5 अगस्त को जमान पार्क में अपने पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी के दौरान प्रतिरोध करने के लिए रेसकोर्स पुलिस ने पार्टी अध्यक्ष इमरान खान के एक सहयोगी सहित 13 पीटीआई कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया था। इंस्पेक्टर रेहान अनवर ने आरोप लगाया कि जब पुलिसकर्मी इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए उनके जमान पार्क आवास पर पहुंचे तो कुछ संदिग्धों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस को धमकाया और पुलिसकर्मियों पर हमला कर उनकी सरकारी बंदूकें छीन लीं। बाद में पुलिस ने उन पर काबू पा लिया और सभी हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन सभी के खिलाफ मामले भी दर्ज किये गये।