देश-दुनिया के इतिहास में 09 अगस्त की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। भारत के संदर्भ में पहली खासियत यह है कि 09 अगस्त को अगस्त क्रांति या अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 09 अगस्त 1942 को तत्कालीन बम्बई के गोवालिया टैंक मैदान में हुई थी । इस दिन गांधीजी ने “करो या मरो”का नारा देते हुए अंग्रेजों से भारत छोड़ने का आह्वान किया । भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इसे एक अहम अध्याय माना जाता है। यह दिन देश के लिए दिये गये बलिदानों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करने के लिए समर्पित है।
दूसरी खासियत में सत्तर के दशक की इस तारीख का महत्व भारत-रूस के संबंधों के लिए खास है। यह वह समय था, जब भारत के खिलाफ अमेरिका, पाकिस्तान और चीन का गठबंधन मजबूत होता जा रहा था और तीन दिशाओं से घिरे भारत की सुरक्षा को गंभीर खतरा महसूस होने लगा था। ऐसे में तत्कालीन सोवियत विदेश मंत्री अंद्रेई ग्रोमिको भारत आए और 1971 को 09 अगस्त को उन्होंने भारत के तत्कालीन विदेश मंत्री सरदार स्वर्ण सिंह के साथ सोवियत-भारत शांति, मैत्री और सहयोग संधि पर हस्ताक्षर किए। यह संधि को दोनों देशों के दोस्ताना संबंधों में मील का पत्थर कहा जाता है।
यह भी पढ़ें – पीएम मोदी ने विश्व विश्वविद्यालय खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को सराहा, कही ये बात
Join Our WhatsApp Community