मणिपुर हिंसा पर विपक्ष द्वारा लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मणिपुर में हिंसा की खबरें आईं तो प्रधानमंत्री ने मुझे सुबह 4 बजे फोन किया। फिर अगले दिन सुबह 6 बजे फोन । मणिपुर में शांति सुनिश्चित करने के लिए हम लगातार कड़ी मेहनत कर रहे थे।
विपक्षी दलों को मणिपुर में मोदी सरकार की ओर से हिंसा रोकने के प्रयासों का आईना दिखाते अमित शाह ने कहा कि हमने 16 वीडियो कॉन्फ्रेंस कीं, तुरंत 36,000 सीएपीएफ (केंद्रीय पुलिस) कर्मियों को भेजा, वायु सेना के विमानों का इस्तेमाल किया, मुख्य सचिव और डीजीपी (पुलिस प्रमुख) को बदला, सूरत से सलाहकार भेजे। ये सब 4 मई को किया गया। शाह ने कहा कि इतना सब करने के बाद भी विरोधी कह रहे हैं कि ”मोदी को कोई फर्क नहीं पड़ता।”
लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर 08 अगस्त से जारी बहस के अंतिम दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहस का जवाब देंगे। इसके बाद वोटिंग होगी। केंद्र में भाजपा और सहयोगी दलों के संख्या बल को देखते हुए उम्मीद है कि अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा।
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