आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी न सिर्फ अपने बल्कि अपने सहयोगी दलों के भी उम्मीदवार तय करेगी।भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कोई गलती नहीं करना चाहती। इसके चलते बीजेपी न सिर्फ अपने उम्मीदवारों पर आखिरी फैसला करेगी, बल्कि जो सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जाएंगी उन पर भी उम्मीदवारों का आखिरी फैसला बीजेपी ही करेगी।
फिलहाल हाजीपुर सीट को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों के बीच विवाद चल रहा है। चिराग पासवान हाजीपुर से अपनी मां को उतारना चाहते हैं, जबकि पार्टी के दूसरे गुट के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने हाजीपुर सीट पर दावा किया है। इस तरह दोनों गुटों में तू तू मैं मैं जारी-जारी है।
महाराष्ट्र, बिहार में भी लागू होगा यही फॉर्मूला
हालांकि, बीजेपी ने नई भूमिका अपनाई है। वह चाहती है कि एनडीए की सभी सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवार ही उतारे जाएं। इसके चलते सहयोगी दलों के उम्मीदवार का फैसला भी बीजेपी ही करेगी। इस बारे में सभी दलों को सूचित कर दिया गया है। इस पर हाजीपुर को लेकर दोनों गुटों में सहमति दिख रही है। यही फॉर्मूला बिहार में उपेन्द्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी, महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पार्टियों पर भी लागू होगा।
भाजपा बरत रही है सावधानी
आगामी लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने के लिए भाजपा काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। एनडीए में एकता बनाए रखने और सभी सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारने के लिए पार्टी ने खास सीटों पर सहयोगी दलों के बीच टकराव से बचने के लिए ठोस रणनीति बनाई है। पार्टी चाहती है कि उसके सहयोगी अपनी आवंटित सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारें। इसके लिए भाजपा सहयोगी दलों को दी गई सीटों से संबंधित उम्मीदवारों की जानकारी लेगी।
टकराव वाली सीटों पर भाजपा करेगी अंतिम फैसला
चुनावी रणनीति में शामिल पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुासर, पार्टी देश की सभी 543 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए विभिन्न स्तरों पर विचार कर रही है। नेता ने कहा कि पार्टी उम्मीदवारों के चयन में सहयोगी दलों को सहयोग करेगी। भाजपा उन्हें बताएगी कि उनकी सीटों पर उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि क्या होनी चाहिए। जिन सीटों पर सहयोगी दलों में टकराव है, उन पर आखिरी फैसला बीजेपी नेतृत्व लेगा।
क्या यही है मोहब्बत की दुकान? राक्षस राग पर घिरे रणदीप
एनडीए में हैं 39 पार्टियां
एनडीए में वर्तमान में लगभग 39 पार्टियां हैं। इनमें से करीब 10 मित्र दल आगामी चुनाव में मैदान में उतरने जा रहे हैं। बाकी पार्टियां चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्हें विधानसभा या विधान परिषद में समायोजित किया जाना है।
महाराष्ट्र,बिहार में सीटों समझौता होगा मुश्किल
महाराष्ट्र और बिहार के बीच सीटों का विवाद सुलझना मुश्किल है। इन राज्यों में कई सीटें ऐसी हैं, जिन पर दो-दो पार्टियां दावा कर रही हैं। खासकर बिहार में एलजेपी के दोनों गुटो के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर ठन गई है, जबकि महाराष्ट्र में एनसीपी (अजीत पवार गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच दर्जनों सीटों पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसी सीटों पर विवाद से बचने के लिए बीजेपी नेतृत्व का फैसला अंतिम होगा।
-वन्दना बर्वे
Join Our WhatsApp Community