भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने अपने महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-3 में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। 15 अगस्त को, अंतरिक्ष यान ने अपने लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) का उपयोग करके चंद्रमा की आश्चर्यजनक तस्वीरें ली हैं।
वीडियो 18 अगस्त को जारी किया गया। यह इसरो के चल रहे चंद्र मिशन में एक महत्वपूर्ण कदम है।
खास बातेंः
-14 जुलाई, 2023 को भारत के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया चंद्रयान-3, 5 अगस्त, 2023 को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया।
-अंतरिक्ष यान का प्राथमिक उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर एक रोवर को सुरक्षित रूप से उतारना और वहां के सरफेस का रासायनिक विश्लेषण करना है। यह मिशन 2019 में चंद्रयान-2 के असफल लैंडिंग प्रयास के बाद किया गया है।
Chandrayaan-3 Mission:
View from the Lander Imager (LI) Camera-1
on August 17, 2023
just after the separation of the Lander Module from the Propulsion Module #Chandrayaan_3 #Ch3 pic.twitter.com/abPIyEn1Ad— ISRO (@isro) August 18, 2023
-चंद्रयान-3 द्वारा ली गई तस्वीरें चंद्रमा की सतह का एक जटिल दृश्य हैं। इससे अंतरिक्ष यान की तकनीकी क्षमताओं का पता लगता है। वे भविष्य के मिशनों के लिए भी मार्ग प्रशस्त करते हैं।
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-चंद्रयान-3 में विक्रम नाम का एक लैंडर और प्रज्ञान नाम का एक रोवर शामिल है। लैंडर चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग में सहायक है, जबकि रोवर चंद्रमा की सतह पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम देगा। यह मॉड्यूल लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन को तब तक ले जाता है, जब तक कि अंतरिक्ष यान 100 किलोमीटर की चंद्र कक्षा में न चला जाए।
-लैंडर और रोवर के 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के पास उतरने की उम्मीद है।
-चंद्रयान-3 द्वारा चंद्रमा की छवियों को सफलतापूर्वक कैप्चर करना और जारी करना, इसरो की उन्नत तकनीकी क्षमताओं और चंद्र मिशन के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को साबित करता है।