स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स मध्यप्रदेश ने कुख्यात अंतरराष्ट्रीय बाघ शिकारी एवं तस्कर आदिन सिंह उर्फ कल्ला बावरिया को वन्य-जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार नई दिल्ली से प्राप्त इंटेलिजेन्स इनपुट के आधार पर विदिशा-सागर राजमार्ग में ग्यारसपुर के पास से घेराबंदी कर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह जानकारी शनिवार को जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने दी।
उन्होंने बताया कि तस्कर कल्ला को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और गिरफ्तारी के बाद शनिवार को कल्ला बावरिया को विशेष न्यायालय नर्मदापुरम में पेश किया गया, जहां से उसे फॉरेस्ट कस्टेडी रिमांड पर लिया गया है। कल्ला बावरिया गिरोह के अन्य सदस्यों तथा अपराधों के संबंध में अन्य राज्यों तथा पड़ोसी राष्ट्र से संपर्क कर जानकारी एकत्रित की जा रही है। प्रकरण में विवेचना जारी है।
बताया गया है कि भारत सरकार द्वारा बाघों के शिकार पर जारी अलर्ट पर कार्यवाही करते हुए देश के अलग-अलग प्रदेशों के वन विभाग/पुलिस विभाग तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, मेघालय में बाघ की खाल एवं हड्डियों की भारी मात्रा में जब्ती की गई है तथा उसके शिकार एवं तस्करी में लिप्त उत्तर भारत निवासी विशेष शिकारी गिरोह (बावरिया) के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही से बचने के लिए कल्ला बावरिया मध्यप्रदेश के विदिशा-सागर जिले में डेरा लगाकर रह रहा था। कल्ला बावरिया के विरुद्ध देश के कई राज्यों में तथा पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में भी बाघ के शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी के प्रकरण दर्ज हैं।
कल्ला बावरिया की विगत कई वर्षों से कई राज्यों की पुलिस, वन विभाग एवं नेपाल सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (सीआईबी) तलाश रही थी। कल्ला की गिरफ्तारी न केवल मध्यप्रदेश राज्य, अपितु संपूर्ण भारत वर्ष में बाघों के संरक्षण एवं सुरक्षा सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी तथा बाघ की तस्करी में संलिप्त संगठित अपराध को रोकने की दिशा में अहम कड़ी साबित होगी।
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